नीमच। के एक गांव में ग्रामीणों ने पुलिस की टीम पर पथराव कर दिया। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने रात करीब 10:30 बजे बल प्रयोग कर और आंसू गैस के गोले छोड़कर पुलिस की गाड़ियों को ग्रामीणों से मुक्त कराया गया। इसके बाद टीम गांव से निकली। विवाद में कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। जिले में मादक पदार्थ तस्करी (एनडीपीएस) के मामले में जांच करने पहुंची पुलिस टीम को ग्रामीणों ने घेर लिया। ग्रामीणों का कहना है पुलिस ने 30 किलो डोडाचूरा की जगह 60 किलो डोडाचूरा का फर्जी केस बनाया है। झूठा केस दर्ज करने का विरोध कर रहे ग्रामीण एसपी अंकित जायसवाल को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए।
सूचना पर मनासा विधायक अनिरुद्ध मारू और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे, उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। इसी बीच ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया, जेसीबी से गाड़ियों को रास्ता रोक लिया। इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर आंसू गैस के गोले छोड़े और पुलिस की गाड़ियों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर वहां से निकले।
पुलिस गािड़यों के आगे जेसीबी लगाई, रास्ते बंद कर दिए: पुलिस के अनुसार मंगलवार शाम 4 बजे सिंगोली थाना पुलिस की टीम तीन गाड़ियों के साथ आरोपी नीलेश को लेकर मनासा थाना क्षेत्र के चौकड़ी गांव पहुंची थी। पुलिस टीम के गांव में पहुंचने की सूचना पर ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए। उन्होंने पुलिस के वाहनों को घेरना शुरू किया। इसी बीच पुलिस की एक गाड़ी मौका पाकर आरोपी को लेकर मौके से रवाना हो गई, लेकिन दो गाड़ियां घिर गई।
इन गाड़ियों में सिंगोली थाना प्रभारी उमेश यादव समेत लगभग 12 पुलिसकर्मी सवार थे। ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ियों के आगे जेसीबी लगा दी और गांव के रास्ते भी बंद कर दिए। एएसपी नवलसिंह सिसोदिया ने बताया कि गाड़ियों को निकालने के दौरान ग्रामीणों ने विवाद किया और कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास किया। इस दौरान ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज किया और करीब 10-12 राउंड आंसू गैस के गोले छोड़े। ग्रामीणों के पथराव में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनका मेडिकल करवाया जा रहा है।
उज्जैन जोन में जब्त 8600 करोड़ की ड्रग्स को किया नष्ट
इधर, उज्जैन संभाग के 7 जिलों के विभिन्न थानों में जब्त 78 टन मादक पदार्थों को नीमच की विक्रम सीमेंट फैक्ट्री में नष्ट किया गया। गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार ड्रग्स डिस्पोजल पखवाड़े के तहत यह कार्रवाई की गई। नष्ट किए गए मादक पदार्थों में डोडाचूरा, अफीम, स्मैक, ब्राउन शुगर, एमडीएम, गांजा, और चरस सहित 10 प्रकार के ड्रग्स शामिल थे, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 8600 करोड़ रुपए है। नष्टिकरण की यह प्रक्रिया नीमच जिले के जावद थाना क्षेत्र स्थित अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट के बॉयलर में की गई। नष्ट की गई सामग्री उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, देवास, शाजापुर और आगर मालवा जिलों के 456 मामलों में जब्त की गई थी।