Jain Samaj Diwali Date : आचार्य विद्यासागर महाराज के शिष्य मुनिश्री सुधा सागर ने दीपावली 1 नवंबर को मनाने का ऐलान किया है। जैन समाज द्वारा 1 नवंबर को दीपवाली महापर्व मनाने के साथ ही भगवान महावीर का निर्वाण कल्याणक, निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा।
सुधा सागर महाराज का ऐलान
दरसअल, समाज में पिछले कुछ दिनों से दीपवाली पर्व को लेकर असमंजस बना हुआ था कि दीपवाली कब मनाई जाए और कब भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस मनाया जाए। समाजजन की इस शंका का समाधान मुनिश्री सुधा सागर ने कर दिया है। मुनिश्री ने दीपावली महापर्व के उपलक्ष्य में ऑनलाइन प्रवचन के माध्यम से संपूर्ण देश के जैन समाज को कहा है कि 1 नवंबर को सुबह भगवान महावीर स्वामी का मोक्ष कल्याणक पर्व मनाया जाएगा।
31 को क्यों नहीं मनाई जाएगी दिवाली?
मुनिश्री ने कहा है कि 31 अक्टूबर की शाम को अमावस्या लगेगी। जैन धर्म के अनुसार भगवान महावीर का मोक्ष अमावस्या को सुबह के समय हुआ था, इसलिए 31 अक्टूबर को मोक्ष कल्याणक पर्व नहीं मनाया जाएगा। 1 नवंबर अमावस्या को सुबह मोक्ष कल्याणक पर्व मनेगा। इस अवसर पर जिनालय में निर्वाण लाडू चढ़ाए जाएंगे। इसके बाद फिर गोतम गणधर की केवलज्ञान की महापूजन होगी।
मुनिश्री के संघस्थ ब्रह्मचारी महावीर भैया ने बताया कि दिनभर अपने घर में घी के दीपक जलाते हैं घी के दीपक घर में मांगलिक माने जाते हैं और घी के दीपक जलाने से आशय यह है कि भगवान को केवल ज्ञान रूपी ज्योति प्राप्त हुई। जब महावीर भगवान को पावापुरी से मोक्ष हुआ।