रायपुर : कचना में बन रहे ओवरब्रिज का अधूरा कार्य लोगों के परेशानी का सबब बना हुआ है। लेकिन अब इसके जल्द पूरा होने की उम्मीद जगी है। रेलवे ने पीडब्ल्यूडी की ड्राइंग और डिजाइन को मंजूरी दे दी है। ओवरब्रिज रेलवे पटरी के ऊपर से होकर गुजरेगा जिसका कार्य ड्राइग डिजाइन के मंजूरी नहीं मिलने से रूका हुआ था।
स्थानीय लोगों को इस ओवरब्रिज से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है:
पीडब्ल्यूडी विभाग के अनुसार, अब मंजूरी मिल गाई है। काम को गति मिलेगी। मंजूरी मिलने के बाद अब पटरियों के ऊपर से गुजरने वाले हिस्से को तैयार किया जाएगा। बाकी दोनों तरफ के हिस्सों का निर्माण आखिरी चरण में है। ब्रिज निर्माण वाले हिस्से में ट्रेनों की रफ्तार को अस्थायी रूप से धीमा किया जाएगा, ताकि काम सुरक्षित ढंग से किया जा सके। पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता सी.के. कोरी ने inh-हरिभूमि से बातचीत में बताया कि, रेलवे की मंजूरी मिल चुकी है और अब काम जल्द शुरू किया जाएगा। हालांकि बारिश के दौरान कार्य किया जाएगा, लेकिन अत्यधिक वर्षा होने पर इसमें बाधा आ सकती है। स्थानीय लोगों को इस ओवरब्रिज से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि निर्माण कार्य ठप होने से क्षेत्र में लगातार ट्रैफिक जाम और आवागमन की समस्याएं बनी हुई थी।
मार्च 2025 में पूरा होना था काम:
कचना में 35 करोड़ की लागत से बन रहे ओवरब्रिज का काम 2023 में शुरू हुआ है। अप्रैल 2025 में पूरा करना था। लगभग काम पूरा हो चुका है केवल पटरी के ऊपर से गुजरने वाले हिस्से स्लैब डालना है। इस साल जनवरी के प्रथम सप्ताह और मार्च माह के अंतिम सप्ताह में भी अनुमति के लिए रेलवे को पत्र लिखा गया था। अब बारिश में स्लैब चढ़ाने का काम करने में दिक्कत हो सकती है।
सुबह और शाम के समय जाम की स्थिति:
कचना में ओवरब्रिज का कार्य अधूरा होने की वजह से रोजाना हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आवागमन के लिए लोगों को मजबूरी में संकरी सर्विस लेन से गुजरना पड़ता है, जिससे सुबह और शाम के समय जाम की स्थिति बन जाती है। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि इस बार उन्होंने रेलवे को कई बार पत्र लिखकर ड्राइंग और डिजाइन को स्वीकृति देने का अनुरोध किया था। इसके जवाब में रेलवे ने कहा कि डिजाइन का परीक्षण जारी है और वह जल्दबाजी में कोई ऐसा निर्णय नहीं लेना चाहता जिससे यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाए।
काम शुरू किया जाएगा:
रेलवे की मंजूरी मिल चुकी है। आब काम जल्द शुरू किया जाएगा। इससे पहले रेलवे उस जगह से गुजरने वाली ट्रेनों की रफ्तार को धीमी करेगा। बारिश के दौरान कार्य किया जाएगा, लेकिन अत्यधिक वर्षा होने पर इसमें बाधा आ सकती है।
मानकों के अनुसार जांच:
रेलवे के मानकों के आधार पर परीक्षण पूरा कर फाइल आने केजी जा चुकी है। संभवतः मंजूरी मिल चुकी होगी। यात्रियों की सुरक्षा रेलवे की पहली प्राथमिकता है, इसलिए हर स्तर पर मानकों के अनुसार जांच की गई है।