Gajlaxmi Rajyog 2025: शास्त्रों के अनुसार सभी ग्रह एक निश्चित समय में नक्षत्र और राशि परिवर्तन करते है। जुलाई माह में भी गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण होने जा रहा है। जो की कुछ राशियों के लिए बेहद खास है। कहा जाता है कि जिनकी कुंडली में गजलक्ष्मी बनता है उनके जीवन में धन, सुख और समृद्धि बढ़ती है। साथ ही जीवन में आ रही परेशानियां भी दूर होती है। तो चलिए जानते है गजलक्ष्मी का प्रभाव किन राशियों पर पड़ेगा कैसा ..
जब गुरु और शुक्र एक ही राशि में स्थित होते हैं, तब गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण होता है। यह योग अत्यंत शुभफलदायक माना गया है, विशेष रूप से धन, वैभव, ऐश्वर्य और सुख-सुविधाओं की प्राप्ति के लिए। गजलक्ष्मी राजयोग 26 जुलाई से लेकर 21 अगस्त 2025 तक सक्रिय रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार गजलक्ष्मी योग से जातक के धन-धान्य में वृद्धि होती हैं, इतना ही नहीं इस योग का वैवाहिक जीवन पर भी शुभ प्रभाव पड़ता है।
कन्या राशि: गुरु शुक्र की युति से बनने वाला गजलक्ष्मी राजयोग वरदान से कम साबित नहीं होगा। हर क्षेत्र में अपार सफलता हासिल हो सकती है। नौकरीपेशा जातकों को नई नौकरी का लाभ मिलेगा।बेरोजगारों को नौकरी के अवसर मिल सकते है। बिजनेस के लिए समय अनुकूल है। स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है।आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। आय के नए स्रोत खुलेंगे। अविवाहितों के लिए शादी के प्रस्ताव आ सकते है ।
कुंभ राशि : शुक्र गुरु की युति और गजलक्ष्मी राजयोग जातकों के लिए शुभ साबित हो सकती है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। भाग्य आपका साथ देगा। नौकरी में नए अवसर, प्रमोशन और वेतन वृद्धि का तोहफा मिल सकता है। शिक्षा के क्षेत्र में अपार सफलता मिलेगी । प्रेम संबंधों में आ रही समस्याएं समाप्त हो सकती हैं।उधार दिया हुआ पैसा वापस मिलने के चांस हैं। किसी योजना में पैसा निवेश करने की सोच रहे हैं तो उसके लिए समय उत्तम रहेगा।
तुला राशि :गजलक्ष्मी राजयोग का बनना लाभकारी साबित हो सकता है । आत्मविश्वास की वृद्धि होगी।उच्च शिक्षा पाने का सपना पूरा हो सकता है। अध्यात्म की ओर आपका झुकाव बढ़ेगा। संतान की ओर से कोई खुशखबरी मिल सकती है।भौतिक सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी के संकेत हैं। कारोबार में मुनाफा पा सकते है। कार्यस्थल पर तरक्की के नए अवसर बनेंगे।नौकरी में पदोन्नति के साथ वेतनवृद्धि का लाभ मिल सकता है। इस अवधि में यात्रा कर सकते है।
मिथुन राशि : 12 साल बाद आपकी राशि में गजलक्ष्मी राजयोग का बनना शुभ साबित हो सकता है। लंबे समय से रुके और अटके काम पूरे हो सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। आय में वृद्धि होने के योग है। बिजनेस में कोई सरकारी प्रोजेक्ट का प्रस्ताव मिल सकता है।परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा।समाज में मान-सम्मान की वृद्धि होगी। संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी हो सकती है। अविवाहितों को शादी का प्रस्ताव आ सकता है।
कब बनता है कुंडली में Gajlaxmi Rajyog
- ज्योतिष के मुताबिक, ‘गजलक्ष्मी’ शब्द धन, संपन्नता के साथ परम सौभाग्य और राजयोग पावर के साथ अधिकार मिलने का प्रतीक है। गुरु ज्ञान और विस्तार से जुड़ा ग्रह है। गजलक्ष्मी राजयोग को ज्योतिष शास्त्र में सुख, समृद्धि, धन, यश वैभव आदि में उन्नति का प्रतीक माना जाता है।
- जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में 1, 4, 7 या दसवें घर में गुरु, शुक्र या चंद्रमा हों, तो गजलक्ष्मी राजयोग बनता है या जब देवताओं के गुरु बृहस्पति और ऐश्वर्य-वैभव के कारक शुक्र एक दूसरे के आमने-सामने या केंद्र भाव में हो, वे पहले, चौथे और सातवें भाव में हों तो गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण होता है।
यह राजयोग बहुत दुर्लभ और शुभ होता है।जिस व्यक्ति की कुंडली में यह राजयोग बनता है उसे समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। आभामंडल से हर कोई अभिभूत रहता है।