MP Delimitation : मध्यप्रदेश में आगामी सालों में विधानसभा क्षेत्रों के पुनर्गठन यानी परिसीमन की चर्चा तेज़ हो गई है। इसके तहत विधानसभा सीटों की संख्या को मौजूदा 230 से बढ़ाकर 280 करने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। यह कवायद आगामी विधानसभा चुनावों से पहले पूरी की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार, विधानसभा प्रशासन ने इस दिशा में आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं, ताकि भविष्य में बढ़ी हुई संख्या के बाद विधायकों को विधानसभा में बैठने और उनके ठहरने की व्यवस्था की जा सके।
विधानसभा में बैठने की नई व्यवस्था
मौजूदा विधानसभा भवन में फिलहाल 250 सीटों की बैठक क्षमता मौजूद है, जिसमें 20 सीटें अतिरिक्त हैं। अब 30 और सीटों की व्यवस्था जोड़ने पर विचार चल रहा है, जिससे कुल बैठक क्षमता 280 विधायकों के लिए पर्याप्त हो सके। इतिहास पर नजर डालें तो साल 2000 से पहले, छत्तीसगढ़ के विभाजन के पूर्व, अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 320 विधायक बैठा करते थे। विभाजन के बाद सीटों की संख्या घटाकर 230 कर दी गई थी और कई सीटें हटा ली गई थीं। अब उन्हीं खाली स्थानों का फिर से उपयोग कर अतिरिक्त सीटें लगाई जाएंगी, ताकि नए परिसीमन के बाद भी विधानसभा की कार्यवाही सुचारु रूप से चल सके।
विश्राम गृहों का होगा विस्तार
विधानसभा भवन की बैठक व्यवस्था के अलावा विधायकों के ठहरने के लिए भी प्रशासनिक तैयारी शुरू हो चुकी है। फिलहाल, भोपाल में 230 विधायकों के रुकने की व्यवस्था है, लेकिन सीटों में संभावित वृद्धि को देखते हुए पांच नए टॉवर निर्माण का प्रस्ताव रखा गया है। इन टॉवरों में नए विधायकों और उनके स्टाफ के लिए आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही, वरिष्ठ विधायकों और मंत्रियों के लिए अलग से बंगले की योजना पहले से ही कार्यरत है।
महिला आरक्षण पर भी फोकस
इसके अलावा, विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की संभावना को ध्यान में रखते हुए भी योजना बनाई जा रही है। यदि यह आरक्षण लागू होता है, तो महिलाओं की संख्या में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी, जिसके लिए बैठक व्यवस्था और अन्य संसाधनों को बेहतर करने की तैयारी की जा रही है।
अभी आधिकारिक घोषणा नहीं
हालांकि आपको बता दे कि परिसीमन को लेकर अभी तक कोई औपचारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है, लेकिन विधानसभा सचिवालय स्तर पर इसके लिए तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं। विधानसभा सचिव एपी सिंह ने कहा है कि आगामी चुनावों से पहले परिसीमन की प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए बुनियादी ढांचे को दुरुस्त किया जा रहा है। इसमें बैठक व्यवस्था, विधायकों के आवास, और संसदीय सुविधाएं शामिल हैं।
हो सकती है 280 विधानसभा सीटें?
मध्यप्रदेश में अगर परिसीमन होता है तो नए क्षेत्रों के जुड़ने से चुनावी समीकरण बदल सकते हैं। फिलहाल, मध्यप्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं, जबकि लोकसभा की 29 और राज्यसभा की 11 सीटें हैं। परिसीमन के बाद विधानसभा सीटों की संख्या 280 होने की संभावनाएं हैं।