भोपाल। ऐशबाग थाना क्षेत्र स्थित महामाई का बाग में शनिवार-रविवार की दरमियानी रात कैंसर की बीामरी से परेशान एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने रविवार सुबह उसे फंदे पर लटका देखा। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार महामाई का बाग ऐशबाग निवासी रवि महावर (40) पिछले कुछ समय से कैंसर रोग से पीड़ित थे।
महावर का इलाज चल रहा था। शनिवार-रविवार की दरमियान रात महावर ने अपने कमरे में फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। सुबह करीब छह बजे परिजनों ने उन्हें फंदे पर लटका देखा। फौरन फंदे से उतारकर अस्पताल ले जाया गया लेकिन पूर्व में ही मौत हो चुकी थी। वहीं बैरसिया के टीलापुरा वार्ड क्रमांक-दो में रहने वाले जमना अहिरवार (30) ने शनिवार देर रात फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह करीब नौ बजे परिजनों की नजर फंदे पर लटके जमना अहिरवार पर पड़ी। पुलिस का कहना है कि वह शराब पीने की आदी था। शराब के नशे में ही उसने आत्महत्या कर ली।
पिता की फटकार से दुखी बेटे ने खदान में कूदकर की खुदकुशी
अयोध्या नगर थाना क्षेत्र स्थित कृष्णा धाम कॉलोनी के पीछे खदान में भरे पानी से सोमवार सुबह एक युवक की लाश बरामद की गई। युवक गत 12 जनवरी की रात से लापता था। परिजन ने उसकी 13 जनवरी को उसकी गुमशुदगी अयोध्या नगर थाने में दर्ज कराई थी। सात दिन बाद सोमवार को उसकी लाश खदान में भरे पानी में मिली। परिजन से पूछताछ में पता चला कि वह शराब के नशे में घर पहुंचा था। पिता ने शराब पीकर आने पर उसे फटकार लगाई थी। वह नाराज होकर घर से निकल गया था। पुलिस के अनुसार सौरभ रजक पिता अरविंद रजक (20) एन सेक्टर, क्रेशर बस्ती झुग्गी में रहता था और प्राइवेट काम करता था। उसके पिता अरविंद रजक ने पुलिस को बताया कि गत 12 जनवरी की रात सौरभ शराब पीकर घर लौटा था। उसे पिता ने शराब पीने से मना करते हुए फटकार लगाई थी।
गांधी नगर में करंट से झुलसकर इलेक्ट्रीशियन की मौत
गांधी नगर थाना क्षेत्र स्थित आरजीपीवी के पास रहने वाले एक इलेक्ट्रीशियन की करंट से झुलसकर मौत हो गई। हादसे के समय वह टीवी का टूटा हुआ केबल सुधार रहे थे। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पीएम के बाद परिजन को सौंप दिया है। पुलिस के अनुसार रमेश विश्वकर्मा पिता वृंदावन विश्वकर्मा (39) आरजीपीवी के सामने गांधी नगर में रहते थे और लालघाटी स्थित प्राइवेट अस्पताल में इलेक्ट्रीशियन की नौकरी करते थे। उनके रिश्तेदार कृष्णकांत ने बताया कि रविवार को रमेश अपने फूफा के साथ घर में रखी टीवी की केबल को जोड़ने का काम कर रहे थे। उन्होंने तार को सॉकेट में डालकर स्विच ऑन कर दिया। उस समय तार रमेश के हाथ में था, जिसमें एक कट लगा हुआ था। इससे करंट लगने के कारण वह बेसुध होकर जमीन पर गिर गए। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। वहां से हमीदिया अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।