भोपाल। अयोध्या नगर थाना क्षेत्र में एक कारोबारी से करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है। कारोबारी का आरोप है कि निवेश के नाम पर सुरभि बिल्डर ने उन्हें करीब ढाई करोड़ रुपए का चूना लगाया है। बिल्डर ने उन्हें वह फ्लैट भी बेच दिया था, जिसे नगर निगम ने गिरवी रखा था।
पुलिस के अनुसार योगेश सूद ने 2017 से 2020 के बीच सुरभि बिल्डर से करीब 11 अलग-अलग फ्लैट खरीदे थे। सुरभि बिल्डर के मालिक संदीप रमतानी और संगीता रमतानी सहित योगेंद्र राजपूत से उनकी फ्लैट की डील हुई थी और निवेश के लिए उन्होंने सभी फ्लैट खरीद लिए। इनमें से चार फ्लैट ऐसे थे जिन पर इंद्रपुरी केनरा बैंक से 60 लाख रुपए का लोन लिया गया था।
इसके अलावा 60 लाख रुपए नगद लिए गए। उस समय फ्लैट का पूरा निर्माण नहीं हुआ था और उन्हें पजेशन लेटर थमा दिया गया। उक्त फ्लैट का अभी तक पूरा निर्माण नहीं कराया गया। इसमें से एक फ्लैट ऐसा था जो पहले से ही नगर निगम के पास गिरवी रखा हुआ है। फरियादी का आरोप है कि नगर निगम के पास गिरवी रखे फ्लैट पर कैनरा बैंक से मिली भगत कर लोन लिया गया, जिसकी जांच पुलिस कर रही है। इतना ही नहीं मामले में एक फ्लैट की तीन तो दूसरे फ्लैट की 2 रजिस्टि्रयां की गई है।
3 साल बाद एफआईआर
योगेश सूद ने वर्ष 2021 में घटना की शिकायत पुलिस थाने में की थी। इसके अलावा आलाधिकारियों को भी शिकायती आवेदन दिया था। पुलिस तीन साल के बाद संदीप रमतानी, संगीता रमतानी और योगेंद्र राजपूत के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी संदीप रमतानी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि संगीता रमतानी और योगेंद्र राजपूत की तलाश की जा रही है।