रायपुर। सहायक शिक्षक भर्ती 2023 के तहत नियुक्ति प्रक्रिया में लगातार देरी से नाराज़ D.El.Ed और TET उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने अब आंदोलन का रास्ता चुन लिया है। चयन प्रक्रिया में हो रही ढिलाई से नाराज़ अभ्यर्थियों ने तीन दिवसीय आंदोलन की रणनीति बनाई है और सरकार व शिक्षा विभाग से छठवें चरण की काउंसलिंग तत्काल शुरू करने की मांग की है। यदि मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी है।
2300 से अधिक पद अब भी रिक्त, अभ्यर्थी चिंतित:
शिक्षक भर्ती 2023 के अंतर्गत अब तक पांच चरणों में नियुक्ति प्रक्रिया चलाई गई है। विभाग ने पांचवें चरण में 2615 अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के लिए बुलाया था, लेकिन केवल 1299 पदों पर ही नियुक्तियां हो सकीं। शेष 1316 पद रिक्त रह गए। इसके पहले के चरणों में भी 984 पदों पर चयन नहीं हो पाया था, जिससे कुल मिलाकर लगभग 2300 पद अब भी खाली हैं।
इस स्थिति ने चयन की प्रतीक्षा कर रहे योग्य उम्मीदवारों की चिंता बढ़ा दी है। वे न केवल अपने भविष्य को लेकर आशंकित हैं, बल्कि उनके परिवारों पर भी मानसिक और आर्थिक दबाव बढ़ रहा है।
बार-बार आश्वासन, लेकिन कार्रवाई नहीं:
D.El.Ed अभ्यर्थी शैलेन्द्र साहू ने बताया कि विभागीय अधिकारियों से कई बार संपर्क किया गया, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला, व्यवहारिक कदम कुछ नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया की वैधता 1 जुलाई 2025 तक ही है, ऐसे में विभाग को तत्काल छठवें चरण की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए, ताकि योग्य अभ्यर्थियों को न्याय मिल सके।
महिला अभ्यर्थियों की व्यथा:
आंदोलन में शामिल महिला अभ्यर्थियों ने कहा कि वे TET और D.Ed जैसी कठिन परीक्षाएं पास कर चुकी हैं, लेकिन अब बार-बार नियुक्ति के लिए भटकना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि सरकार और शिक्षा विभाग को संवेदनशील रुख अपनाते हुए लंबित पदों पर जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।