बिलासपुर: प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की प्रतिमा को गौरेला के ज्योतिपुर चौक से हटाकर नगर पंचायत कार्यालय परिसर के डंप यार्ड में रखवा दिया गया है। इस कार्रवाई की न तो नगर पालिका अधिकारियों को पूर्व जानकारी थी और न ही जिला प्रशासन से इसकी अनुमति ली गई थी। मूर्ति हटाने की खबर सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में नाराज़गी है और विरोध प्रदर्शन की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं। पुलिस भी अब प्रतिमा हटाने वालों की पहचान करने में जुटी हुई है।
डंप यार्ड में क्षतिग्रस्त अवस्था में मिली मूर्ति:
जानकारी के अनुसार, प्रतिमा को डंप यार्ड में रखे जाने के दौरान क्षति पहुंची है। जब यह खबर पूर्व विधायक अमित जोगी तक पहुंची, तो वे अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और विरोध दर्ज कराया। इसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारी भी वहां पहुंचे और मामले की जांच का आश्वासन दिया।
बिना अनुमति लगाई गई थी प्रतिमा:
बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी और उनके समर्थकों द्वारा यह प्रतिमा ज्योतिपुर चौक पर स्थापित की गई थी, लेकिन इसके लिए न तो नगर पंचायत और न ही प्रशासन से कोई अनुमति ली गई थी। मूर्ति स्थापना के अगले ही दिन नगर पंचायत ने इसे हटाने का आदेश जारी कर दिया था, बावजूद इसके प्रतिमा नहीं हटाई गई थी।