रायपुर। छत्तीसगढ़ में शिक्षकों का आंदोलन अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। शिक्षक साझा मंच के नेतृत्व में चल रहे संभाग स्तरीय धरना प्रदर्शन को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। अब यह आंदोलन 1 जून से जिले स्तर पर नए रूप में शुरू होगा। यह निर्णय 23 शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक के बाद लिया गया।
अब जिलों में होगा विरोध प्रदर्शन:
संयुक्त शिक्षकों के मंच ने बताया कि यह निर्णय अतिशेष शिक्षकों के सुझावों पर आधारित है, जो युक्तियुक्तकरण (रैशनलाइजेशन) से प्रभावित हैं। मंच ने स्पष्ट किया कि आंदोलन अब प्रत्येक जिला मुख्यालय पर किया जाएगा, ताकि इसे और अधिक व्यापक जनसमर्थन मिल सके।
शिक्षक संगठनों ने काउंसलिंग प्रक्रिया के बहिष्कार का भी आह्वान किया है। साथ ही सभी शिक्षकों से सेटअप 2008 के समर्थन में एकजुट होकर शिक्षा की गुणवत्ता, पालकों और छात्रों के हित में खड़े होने की अपील की गई है।
शिक्षक नेताओं की सक्रिय भागीदारी:
धरना स्थल पर प्रमुख शिक्षक नेता भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इनमें संजय शर्मा, मनीष मिश्रा, केदार जैन, वीरेंद्र दुबे, विकास राजपूत, कृष्णकुमार नवरंग, राजनारायण द्विवेदी, जाकेश साहू, भूपेंद्र बनाफर, शंकर साहू, भूपेंद्र गिलहरे, चेतन बघेल, गिरीश केशकर, लैलूंन भरतद्वाज, प्रदीप पांडे, प्रदीप लहरे, राजकिशोर तिवारी, कमल दास मुरचले, प्रीतम कोशले, विक्रम राय, विष्णु प्रसाद साहू, धरम दास बंजारे और अनिल कुमार टोप्पो जैसे नाम प्रमुख रहे।