रायपुर: छग विधानसभा में मानसून सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही जारी है. इस बीच प्रश्नकाल में अजय चंद्राकार ने शासकीय दिव्यांग महाविद्यालय स्वीकृत सेटअप और संचालन पर सवाल किया. और कहा कि, महाविद्यालय में स्टाफ और शिक्षकों की कमी है, प्लेसमेंट एजेंसी के भरोसे का काम हो रहा है. हर साल अनुदान कम हो रहा है, संचालन में करोड़ों खर्च हो रहा है, विकलांगों के साथ मजाक हो रहा है.
महाविद्यालय में शिक्षकों की कमी:
वहीं इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि, मुझे भी इस बात की तकलीफ है कि, किसकी गलती से ऐसा हुआ है कि सिर्फ एक पद वहां स्वीकृत है. मुझे सदस्य के सवाल के जरिए ही ये जानकारी मिली है.पिछली सरकार के दौरान की ये स्थिति है. जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने टोकते हुए कहा कि, अपने डेढ़ सालों में क्या किया ये बताए, पिछली सरकार की बात न करें. मंत्री ने कहा 112 पदों पर भर्ती प्रकिया जारी है. व्यवस्था जल्द ठीक की जाएगी.
गांवों को उजाड़ना चाह रहे भाजपा सरकार:
वहीं इस बार शून्यकाल में विपक्ष ने पेड़ कटाई के मुद्दे पर स्थगन लाया है. इस साल हसदेव और तमनार क्षेत्र में पेड़ कटाई को लेकर विपक्ष ने स्थगन लाया है.तभी स्थगन की सूचना देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, विधानसभा में हसदेव क्षेत्र में पेड़ कटाई नहीं होने को लेकर अशासकीय संकल्प पास हुआ था. फिर भी भाजपा सरकार आने के बाद पेड़ों की कटाई शुरू हो गई है. कोयला की और भी खदानें है, तमनार में भी गांवों को उजाड़ना चाह रहे हैं. वहां भी पेड़ कटाई हो रही है, ऐसा नहीं होना चाहिए. जिसके जवाब में कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने कहा कि, सरकारी जमीन को देकर पेड़ कटाई कराई जा रही है. तमनार मामले में ग्रामीण बता रहे हैं कि ग्रामसभा ही फर्जी हुई है. जिस अध्यक्ष का जिक्र है वो उस गांव का है ही नहीं.
आदिवासी गांवों को उजाड़ा:
ऐसे में लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार ने कहा कि, तमनार में जब मैंने कटाई का विरोध किया तो घसीट कर ले जाया गया है. अनिला भेड़िया ने इस सन्दर्भ में कहा कि, अनुसूची क्षेत्रों में आदिवासी गांवों को उजाड़ा जा रहा है. आदिवासियों पर पुलिस बल लगाकर कार्रवाई की जा रही है. देवेंद्र यादव ने हुए कहा कि, पर्यावरण को खत्म करने की तैयारी हो रही है.
जंगल कटाई में लगा प्रशासन:
भूपेश बघेल ने कहा कि, पेड़ो की कटाई का काम अडानी समूह कर रहा है, जहां पेड़ काटा गया 75 एकड़ जमीन भारत सरकार से आरक्षित है. ये पेशा कानून का उल्लंघन है. अडानी के लिए पूरा प्रशासन कटाई में लगा है. एक पेड़ मां के नाम नारे लगा रहे है,और सारा जंगल बाप के नाम कर दिए है, यह सरकार कौन चला रहा है, सारे काम रोककर इस विषय पर चर्चा कराए हैं. ये Ngt के नियमों का भी उल्लंघन है.
अडानी के मुद्दे पर सदन में हंगामा:
जिस पर अजय चंद्राकार ने कहा कि, कौन से गुट का स्थगन है पहले यह तय कर ले. जिसके बाद स्पीकर रमन सिंह ने कहा कि, स्थगन की सूचना सुबह प्राप्त हुई है, स्पीकर ने नियमों का हवाला देकर विपक्ष के स्थगन को अस्वीकार किया है. ऐसे में सदन में अडानी के मुद्दे पर हंगामा शुरू गया और पक्ष विपक्ष में नोक झोंक होने लगी. विधानसभा अध्यक्ष ने पेड़ों की कटाई पर लाए स्थगन को अग्राह्य किया.
सदन में पक्ष-विपक्ष में जमकर हंगामा:
अजय चंद्राकर ने कहा- स्थगन पर क्या नेता प्रतिपक्ष से जबरन दस्तखत कराए गए है, इसकी जांच हो जानी चाहिए. सदन में विपक्ष का हंगामा अभी जारी है. नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा, मैं प्रतिपक्ष का नेता हूं, मेरा साइन स्थगन पर है. मेरे और भूपेश बघेल में कोई विभिन्नता नहीं है.हमसब कांग्रेस के लोग एक हैं,क्या अडानी के लिए पूरा छत्तीसगढ़ बेच देंगे? क्या आपको भी कुछ मिला था.अजय चंद्राकर ने कहा, उद्योगपतियों से उपकृत कांग्रेस के लोग हुए हैं, भूपेश बघेल ने कहा- पूरे सदन में अडानी का दबाव महसूस किया जा रहा है.जिसे अजय चंद्राकर ने इसे आपत्तिजनक बताया. फिर सदन में जमकर हंगामा पक्ष-विपक्ष में तीखी नोक-झोंक हुई. हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित की गई.
कांग्रेस ने सदन की कार्रवाई का किया बहिष्कार :
जिसके बाद विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया. नेता प्रतिपक्ष डॉ.चरण दास महंत ने कहा कि, यह सब सरकार के दबाव में हो रहा है. ED का दुरुपयोग किया जा रहा है, हमारे घर परिवारों के सदस्यों को ED द्वारा परेशान किया जा रहा है.आज ED ने जन्मदिन पर हमारे घर के बच्चे को उठा लिया है. कांग्रेस ने सदन की कार्रवाई का बहिष्कार किया है. कांग्रेस विधायक नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत के कक्ष में पहुंचे, विधायकों के साथ चर्चा के बाद रणनीति बनेगी.