गौरव गुप्ता, भोपाल : केंद्रीय कृषि मंत्री एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। खुफिया एजेंसियों से मिले ताज़ा इनपुट के बाद गृह मंत्रालय ने भोपाल और दिल्ली, दोनों जगह अलर्ट जारी करते हुए अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान आतंकवाद और प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ हुई कड़ी कार्रवाइयों के कारण लंबे समय से आतंकी संगठनों के निशाने पर रहे हैं।
इसलिए बढ़ाई सुरक्षा
सूत्रों के मुताबिक, शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में सिमी आतंकी एनकाउंटर, HUT नेटवर्क पर कार्रवाई और कई आतंकी मॉड्यूल के भंडाफोड़ जैसी बड़ी कार्रवाइयां की गई थीं। इन्हीं वजहों से उन्हें पहले ही Z+ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी। अब हालिया खुफिया इनपुट के बाद Z+ सुरक्षा के साथ अतिरिक्त सुरक्षात्मक इंतजाम भी किए जा रहे हैं।
बंगले पर की गई बैरिकेडिंग
मध्यप्रदेश इंटेलिजेंस के सूत्रों ने बताया कि करीब दो दिन पहले शिवराज सिंह चौहान को लेकर संभावित खतरे का इनपुट मिला था। इसके बाद गृह मंत्रालय ने एमपी डीजीपी, दिल्ली पुलिस और संबंधित सुरक्षा एजेंसियों को सुरक्षा समीक्षा कर कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए। भोपाल स्थित बी-8 बंगले के बाहर अतिरिक्त बैरिकेडिंग की गई है और पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। वहीं दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर भी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।
कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी
इस बीच सुरक्षा बढ़ाए जाने को लेकर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान से जुड़े लोग यह अफवाह फैला रहे हैं कि उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर शिवराज सिंह चौहान राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं तो यह अच्छी बात होगी, लेकिन सच्चाई यह है कि उन्होंने खुद अपनी सुरक्षा को लेकर शिकायत की थी। नायक का आरोप है कि डॉ. मोहन यादव सरकार ने शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा में लापरवाही बरती, जिसके बाद केंद्र सरकार की फटकार के चलते सुरक्षा बढ़ानी पड़ी।
फिलहाल, खुफिया इनपुट को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा को लेकर भोपाल से दिल्ली तक एजेंसियां सतर्क हैं और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए जा रहे हैं।