रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज से स्कूलों का नया सत्र प्रारंभ हो चुका है. पूरे प्रदेश में शाला प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है. पहले ही दिन बड़ी संख्या में बच्चे स्कूल पहुंचे। बच्चों में और शिक्षकों में स्कूल सत्र को लेकर भारी उत्साह देखने को मिला। इधर क्षेत्र के विधायक और जनप्रतिनिधि भी बच्चों से मिलने सुबह से स्कूल पहुंचे। शाला प्रवेश उत्सव को लेकर बच्चों को तिलक लगाकर आरती उतारकर और मिठाई खिलाकर धूमधाम से उनका स्वागत किया गया.
शिक्षा के स्तर की बेहतरी के लिए बड़ा कदम:
जिसमें जनप्रतिनिधि भी सक्रिय भागीदारी निभाते हुए नजर आए, बता दें कि मुख्यमंत्री साय ने भी शिक्षा गुणवत्ता अभियान की शुरूआत की है. शिक्षा के स्तर की बेहतरी के लिए ये बड़ा कदम है. पहले ही दिन इसका असर स्कूलों में देखने को मिला रहा है. शिक्षा की मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता योजना के तहत मंत्री विधायक और कलेक्टर स्कूल जाएंगे, और स्कूल जाकर तमाम व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे.
मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता योजना शुरू:
बता दें कि राज्य सरकार की इस नई पहल से शिक्षा को जनअभियान बनाने की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा. जानकारी के मुताबिक प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने राज्य में मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता योजना शुरू होगी. वहीं प्रदेश में आज से नया शिक्षा सत्र भी प्रारंभ हो रहा है.जिसके तहत मंत्री विधायक और कलेक्टर स्कूल जाएंगे, और स्कूल जाकर तमाम व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे.
शिक्षकों की पदस्थापना पर बनाई रणनीति:
शिक्षा विभाग के मुताबिक प्रदेश का कोई भी स्कूल आज शिक्षक विहीन नहीं है, न्यूनतम आवश्यक शिक्षक नियुक्त सभी हाई स्कूलों में किया जा चुके हैं. मुख्यमंत्री ने इस बीच स्पष्ट किया की, सरकार की प्राथमिकताओं में ही एकल शिक्षक के शालाओं की स्थिति में सुधार है. वहीं नई नियुक्ति और पदोन्नति के माध्यम से इन विद्यालयों में आगामी महीने में अधिक शिक्षक भेजे जाएंगे.अब उन 1207 प्राथमिक विद्यालयों परराज्य सरकार ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां अभी भी एक शिक्षक ही कार्यरत हैं, जिसके समाधान के लिए शिक्षकों की पदस्थापना तथा भर्ती प्रक्रिया और प्राथमिक शाला प्रधान पाठकों की पदोन्नति साथ हु उसे को प्राथमिकता देने की रणनीति बनाई है.