MP Congress : मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के पिछडेपन को वापस लाने के लिए एमपी की सियासत में राहुल गांधी ने बीते कुछ दिनों पहले एंट्री मारी थी। राहुल गांधी ने एमपी में अपने दौरे के दौरान कांग्रेस संगठन सृजन अभियान की शुरूआत की थी। जिसके तहत प्रदेश के कई जिलों के जिलाध्यक्षों को बदलने की कवायद शुरू की गई थी। जिसके बाद से नए जिला अध्यक्षों की तैनाती के लिए मंथन का दौर शुरू हो गया है।
दावेदारों में उलझी कांग्रेस!
कांग्रेस ने जिलाध्यक्षों के चयन के लिए पर्यवेक्षकों की तैनाती की है। वही एक सफल जिलाध्यक्ष को चुनने का जिम्मा कार्यकर्ताओं को भी दिया गया है। प्रदेश के कई जिलों में जिलाध्यक्षों को लेकर विचार विमर्श हो चुका है, तो खबर यह भी है कि उज्जैन में जिलाध्यक्षों का पैनल बनकर तैयार हो चुका है, लेवल घोषणा होना बाकी है, तो वही कई जिलों से अध्यक्ष पद के लिए लंबी चौड़ी लिस्ट सामने आई है, लेकिन प्रदेश कांग्रेस उस समय दुविधा में पड़ गई जब एक ऐसा जिला, जहां से जिलाध्यक्ष पद के लिए 30 दावेदार सामने आए है।
एक अनार 30 बीमार
जानकारी के अनुसार भिंड जिला कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है। भिंड से 30 दावेदारों के नाम समाने आए है। बताया जा रहा है कि यहां दावेदारों की संख्या बढ़ सकती है। ऐसे में पार्टी अब जिलाध्यक्ष के चयन में उलझती दिखाई देने लगी है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि भिंड में जिलाध्यक्ष बनने के लिए 30 नेताओं ने दावेदारी ठोकी है। जिनमें महिला कांग्रेस अध्यक्ष रेखा भदौरिया, जिला पंचायत सदस्य संजू जावट और शांति कुशवाह का नाम भी शामिल है। हालांकि पर्यवेक्षकों ने जिले में 3 दिन बिताकर 6 नामों का पैनल प्रदेश कार्यालय को भेजा है।
घटी उम्र सीमा
आपको बता दें कि बीते दिनों राहुल गांधी ने भोपाल प्रदेश कार्यालय में पार्टी नेताओं और विधायकों की बैठक ली थी। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि पार्टी को काम करने वालों की जरूरत है। इसके लिए पार्टी में बदलाव किया जाएगा। इसके बाद प्रदेश में 165 ऑब्जर्वर्स नियुक्त किए थे। पार्टी ने साफ करते हुए यह भी कहा था कि जिन नेताओं ने पार्टी में 5 साल पूरे नहीे किए है, ऐसे नेताओं के नाम नाम पैमल में नहीं होंगे। इसके अलावा जिलाध्यक्ष के लिए उम्र सीमा तय की गई है। दावेदार की उम्र 35 साल से 45 साल से कम ही होनी चाहिए। अध्यक्ष के लिए 6 नाम का पैनल बनेगा, जिसमें प्रमुख वर्गो को लिया गया है। लिस्ट दिल्ली आलाकमान जाएगी। जहां से जिलाध्यक्षों की निुयक्तियां की जाएगी।