उज्जैन। जिले की खाचरौद थाना पुलिस ने बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से करीब 23 लाख रुपए चोरी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनका चोरी का तरीका असामान्य था। आरोपियों में से एक ने आईटी में एमएससी किया है। उसने अपने इसी तकनीकी ज्ञान का दुरुपयोग किया और एटीएम केबिन में लगी डिपॉजिट मशीन में पासवर्ड डालकर केवल डेढ़ मिनट में रुपए चुरा लिए थे। यह आरोपी एटीएम की तकनीकी टीम में भी शामिल है। उसने 26 जुलाई को एटीएम में नोट भरने के दौरान बैंक कर्मियों को पासवर्ड डालते देख लिया था। इसके बाद वह 28-29 जुलाई की मध्यरात्रि अपने साथी के साथ पहुंचा था।
हेलमेट व रेनकोट पहनकर अंदर घुसे थे
हेलमेट व रेनकोट पहनकर वह अंदर घुसा और सीसीटीवी कैमरे पर काले रंग का स्प्रे कर दिया। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि सोमवार को बैंक ऑफ इंडिया खाचरौद के शाखा प्रबंधक नीलकमल ने शिकायत की थी कि बैंक डिपॉजिट मशीन के अंदर पासवर्ड वाला दरवाजा खोलकर अज्ञात चोर चार कैसेट एवं करीब 23 लाख रुपए चुरा ले गए। मशीन की तकनीकी टीम से जुड़ा रितुराज सिंह पंवार 26 जुलाई को बैंक अधिकारियों के साथ ई-गैलरी में आया था। संदेह होने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। कठोर पूछताछ में उसने अपने साथी शुभम पुत्र अर्जुन जोशी के साथ मिलकर वारदात करना स्वीकार किया। दोनों ने चोरी किए गए रुपये नलखेड़ा (जिला आगर) में अपने रिश्तेदार के यहां रखना बताया।