भोपाल। राजधानी सहित इंदौर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल, सागर संभागों के जिलों के डेढ़ दर्जन से अधिक जिलों में बारिश के बाद तापमान में तेजी से कमी आई। रविवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान करीब दो डिग्री तक गिरने से चिलचिलाती गर्मी से राहत रही। शिवपुरी और छतरपुर में पारा 45 डिग्री तक रहने से लू चली। कुछ जिलों में पारा 5 से 6 डिग्री तक गिरने से शेष पूरे प्रदेश में लू का असर खत्म हो गया है। रविवार से ही प्रदेश में नौतपे की विदाई भी हो गई है। मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार प्रदेश में अब प्री मानसून की गतिविधियां अब और बढ़ेंगी। इससे तापमान में और कमी आने का अनुमान है। मौसम केंद्र के अनुसार मानसून भी बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़कर पूरे केरल को कवर कर चुका है, जिसके लगातार आगे बढऩे के लिए सभी परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। इससे पूरी उम्मीद है कि मप्र में भी मानसून समय पर पहुंचेगा।
सबसे अधिक बारिश और तापमान में कमी पूर्वी मप्र में: सबसे अधिक बारिश और तापमान में कमी पूर्वी मप्र में रही। मंडला में पारा 6 डिग्री गिरकर 38 डिग्री रहा। छिंदवाड़ा, जबलपुर, सतना, उमरिया आदि जिलों में 4 से 5 डिग्री तक कम हुआ है। भोपाल, सिवनी, सीधी, मलाजखंड, रीवा, नरसिंहपुर, खजुराहो, दमोह, बैतूल, ग्वालियर, नर्मदापुरम, पचमढ़ी आदि जिलों में पारा 2 से 3 डिग्री तक गिरने से तेज गर्मी और लू से राहत रही। प्रदेश में सबसे अधिक पारा शिवपुरी और टीकमगढ़ में 44 डिग्री रहा। सोमवार को भी प्रदेश में बारिश के साथ तापमान में और कमी आने का अनुमान है। निवाड़ी में लू का असर रह सकता है।
आज यहां होगी बारिश
सोमवार को भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, देवास, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरिसंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, मैहर, पांढुर्णा आदि जिलों में कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश, बौछारें पड़ेंगी। इससे तापमान में औसतन एक डिग्री तक और कमी आने का अनुमान है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून आगे बढ़ा
मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अब मध्य अरब सागर, लक्षद्वीप, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, रायलसीमा और आंध्र प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों को कवर कर चुका है। अगले 2-3 दिनों में मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद है। असम और मेघालय में 4 से 6 जून तक बारिश होगी। सिक्किम में 3 जून से दो-तीन दिन भारी बारिश की उम्मीद जताई गई है।