रायपुर: ट्रंक में ट्राली बैग और बैग में लाश, शहर को दहलाने वाली इस मर्डर मिस्ट्री का 24 घंटे में खुलासा हो गया। पुलिस ने न केवल शव की पहचान की, बल्कि हत्या के आरोपियों तक को दबोच लिया। मृतक अधेड़ उम्र का किशोर पैकरा निकला। हांडीपारा आजाद चौक निवासी किशोर को कथित वकील अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी ने इंद्रप्रस्थ कालोनी के किराये के फ्लैट में मारा और ट्रंक में लाश भरकर उसे दो सहयोगियों की मदद से ठिकाने लगाया था।
हत्या के आरोप में दिल्ली सीआईएसएफ ने कथित वकील अंकित उपाध्याय तथा उसकी पत्नी को हिरासत में लिया है। अंकित सेवानिवृत एएसआई का बेटा बताया जा रहा है। इस मामले में इन दोनों के अलावा रायपुर पुलिस दो अन्य सहयोगियों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हत्या में चार लोगों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह के अनुसार मृतक की पहचान हांडीपारा, एचएमटी चौक निवासी किशोर पैकरा के रूप में हुई है।किशोर की हत्या के आरोप में अंकित उपाध्याय तथा उसकी पत्नी शिवानी शर्मा को दिल्ली सीआईएसएफ की टीम ने एयरपोर्ट में पकड़ा है। एसएसपी ने दंपति को रायपुर लाए जाने के बाद हत्या के कारणों की सही जानकारी मिल पाने की बात कही है। हत्या का प्रारंभिक कारण निकलकर जो सामने आया है, उसके अनुसार प्रापर्टी कब्जा करने के लालच में अंकित ने किशोर की हत्या की साजिश रची थी।
ट्रंक खरीदने के पहले फ्लैट मालिक से मांगा था बक्सा:
फ्लैट किराए पर लेने के बाद अंकित ने फ्लैट मालिक से एक बड़ा बक्सा देने गुजारिश की थी। इस पर छोटे खान ने अपने पास ऐसे किसी तरह का कोई बक्सां होने से इंकार कर दिया। फ्लैट मालिक से बक्सा नहीं मिलने के बाद अंकित अपनी पत्नी के साथ नया ट्रंक खरीदने गोलबाजार गया।
चलने फिरने में असमर्थ था मृतक:
दंपत्ति ने जिस व्यक्ति की हत्या की, वह चलने फिरने में असमर्थ था। पिछले वर्ष सेजबहार में आयोजित प्रदीप मिश्रा के शिव महापुराण कथा सुनने जाते समय किसी अज्ञात वाहन ने किशोर की सायकल को ठोकर मार दिया था। अज्ञात वाहन की ठोकर से किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया था। पड़ोसियों के अनुसार एक व्यक्तिं नियमित किशोर के लिए 'सुबह तथा रात के समय टिफिन लेकर आता था। साथ ही हर तीसरे चौथे दिन पानी का 15 लीटर का कैन लेकर आता था। शक है वह अंकित ही था।
चार महीने का किराया देने के लिए तैयार था:
फ्लैट मालिक के अनुसार अंकित को उसने साढ़े छह हजार रुपए मासिक दर पर अपना फ्लैट किराए पर दिया था। फ्लैट किराया लेते समय अंकित ने छोटे खान को बताया था कि उसकी सैलेरी समय पर नहीं मिलती, इसलिए वह उसे एक साथ चार माह का किराया दे देगा। 19 जून को फ्लैट मालिक एडवांस किराया लेने पहुंचा, तब अंकित ने पैसों की कमी बताकर दो माह का किराया दिया। साथ ही दूसरे दिन किरायानाम तैयार कराने के लिए अपने आधार कार्ड की कॉपी छोटे खान को दी थी।
प्रापर्टी का लोभ:
खबर आ रही है कि किशोर का हांडीपारा में बड़ा पुराना मकान तो था ही, गांव में बड़ी जमीन भी थी। किशोर अकेला था, वह जमीन की देखरेख नहीं कर पाता था। गांव की जमीन पर केस के सिलसिले में वह अंकित के संपर्क में आया था। अंकित ने उसे अकेला देख और करोड़ों की संपत्ति का पता चलने पर उसे हड़पने का प्लान बनाया था।
बार एसोसिएशन में नहीं है रजिस्टर्ड:
हत्याकाड का खुलासा करते हुए एसएसपी डॉ लाल उम्मेद सिंह ने अंकित के वकील होने की जानकारी दी है। अंकित उपाध्याय वास्तव में वकील है या नहीं, इस संबंध में रायपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हितेंद्र तिवारी से संपर्क किया गया। संपर्क करने पर अध्यक्ष ने बताया कि बार एसोसिएशन में अंकित उपाध्याय नाम का कोई वकील रजिस्टर्ड नहीं है। पुलिस से जो जानकारी मिली है. उसके मुताबिक अंकित के खिलाफ पूर्व में भी आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई हो चुकी है। अंकित मूल रूप से चंगोराभाठा सत्यम विहार का रहने वाला है।