जबलपुर : मध्य प्रदेश में पिछले करीबन 5 6 दिनों से तहसीलदार और नायब तहसीलदार के हड़ताल पर जाने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नामांतरण, बंटवारा और नक्शा जैसे कई काम अटक गए। लेकिन अब 1400 तहसीलदारों ने हड़ताल खत्म कर काम पर लौट गए है। बीते दिन भोपाल में राजस्व मंत्री से चर्चा के उपरांत के बाद तहसीलदारों ने यह फैसला लिया।
आज से सब काम होंगे पूरे
इधर, हड़ताल पर राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने दोनों ही पक्षों को जबलपुर मामले में चूक बताई, कहा -कलेक्टर और तहसीलदार दोनों से असावधानी हुई है। लेकिन आज से प्रदेश भर के 1400 अधिकारी हड़ताल खत्म कर काम पर लौट गए है। आज से राजस्व, नामांतरण,सीमांकन, बटांकन -डायवर्जेंट जैसे काम शुरू होंगे। लोगो अब नहीं होगी किसी प्रकार की परेशानी। आज से सब काम होंगे पूरे।
जानें क्या है मामला
जबलपुर में पिछले दिनों तहसीलदार पटवारी सहित सात लोगो पर जमीन धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है, जिसके विरोध में प्रदेश भर के तहसीलदार नायब तहसीलदार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे । दरअसल, जबलपुर के तहसीलदार हरि सिंह धुर्वे ने 8 अगस्त 2023 को एक वसीयत के आधार पर नामांतरण का आदेश दिया था, जिसे 9 सितंबर 2023 को SDM ने निरस्त कर दिया। इसके बाद 12 सितंबर को बिना किसी विभागीय अनुमति के FIR दर्ज कर तहसीलदार की गिरफ्तारी कर लिया गया। इसी के चलते विरोध किया जा रहा था । मध्य प्रदेश राजस्व कर्मचारी संघ ने तहसीलदारों के लिए न्यायिक संरक्षण की मांग की थी । संघ का कहना है कि यह काम में हस्तक्षेप है, ये सिविल सेवा आचरण का उल्लंघन है।