Shardiya Navratri 2025: इस साल शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ सोमवार, 22 सितम्बर 2025 को आश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि से होने जा रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, नवरात्रि के प्रथम दिन घटस्थापना या कलश स्थापना का विशेष महत्व होता है। इसे घर में सुख-समृद्धि और मंगलकामनाओं का प्रतीक माना गया है।
कब करें घटस्थापना?
पंचांग के अनुसार इस बार प्रतिपदा तिथि सोमवार को सूर्योदय सुबह 6 बजकर 19 मिनट पर होगी। इसी समय से द्विस्वभाव कन्या लग्न की शुरुआत होगी। कन्या लग्न को शुभ माना जाता है और इसमें घटस्थापना करना श्रेष्ठ फलदायी रहेगा। साथ ही प्रातः काल का चौघड़िया 6:19 से 7:49 बजे तक ‘अमृत’ का रहेगा, जिसे घटस्थापना का सर्वश्रेष्ठ समय माना जा रहा है।
ये भी रहेगा मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि यदि कोई व्यक्ति इस समय घटस्थापना करने में असमर्थ हो, तो अभिजीत मुहूर्त में यानी 11:56 से 12:44 बजे के बीच भी कलश स्थापना कर सकता है। इसके अलावा चौघड़िया गणना के अनुसार दिन में सुबह 9:19 से 10:49 बजे तक ‘शुभ’ चौघड़िया रहेगा, जिसमें भी घटस्थापना करना उत्तम माना गया है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा की साधना करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस दौरान उपवास, जप, पाठ और हवन का विशेष महत्व बताया गया है। देवी की उपासना से परिवार में सुख-शांति और ऐश्वर्य की वृद्धि होती है। नवरात्रि के शुभारंभ को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। मंदिरों में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और भक्त अपने घरों में भी पूजन के लिए आवश्यक सामग्री जुटाने लगे हैं। ज्योतिषाचार्य सलाह देते हैं कि घटस्थापना करते समय विधिवत मंत्रोच्चार और संकल्प के साथ पूजा की जाए, तभी साधना का पूरा फल प्राप्त होता है।