वेटिकन सिटी: अमेरिकी पादरी पोप फ्रांसिस का सोमवार को निधन हो गया। वह अपने विनम्र स्वभाव और गरीबों के प्रति चिंता एवं करूणा का भाव रखने वाले एक सहृदय व्यक्ति थे, पोप कैथोलिक समुदाय के पहले लैटिन अमेरिकी पादरी थे जिसने में विश्व पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। पोप फ्रांसिस ने 88 साल की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली। फ्रांसिस के निधन के बाद उनके अंतिम दर्शन के लिए सप्ताह भर के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है।जिसमें सबसे पहले सेंट मार्टा चैपल में वेटिकन के अधिकारी श्रद्धांजलि देंगे। फिर आम लोग सेंट पीटर्स में उनका अंतिम दर्शन कर सकेंगे। जिसके बाद उनका अंत्येष्टि कार्यक्रम कार्डिनल्स कॉलेज के डीन कार्डिनल जियोवनी बैटिस्टा रे द्वारा आयोजित किया जाएगा। इस प्रक्रिया के बाद ही एक बैठक बुलाई जाएगी जहां पर नये पोप को चुनन जाएगा।
वैश्विक नेताओं ने किया शोक व्यक्त:
जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो को 13 मार्च 2013 पोप चुन गया था। बता दें कि पोप फ्रांसिस 1300 साल में पहले गैर-यूरोपीय थे, जिन्हें पोप चुना गया था उन्होंने अपने निधन से पहले अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात की थी। ईस्टर के मौके पर पोप ने वेंस को गिफ्ट भी दिए थे। वैश्विक नेताओं ने शोक व्यक्त किया और इसे विश्व के लिए एक बड़ी क्षति बताया है।
नौ दिनों का आधिकारिक शोक:
कैथोलिक चर्च में पोप फ्रांसिस की अंत्येष्टि के साथ ही नौ दिनों का आधिकारिक शोक शुरू होगा। आपको बता दें कि फ्रांसिस फेफड़ों से जुड़ी कुछ बिमारियों से ग्रसित थे। जिस वजह से उनकी युवावस्था में सर्जरी हुई थी तब उनकेफेफड़े का एक हिस्सा चिकित्सकों को निकालना पड़ा था। जिसके बाद 14 फरवरी 2025 को फिर पोप को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और उन्हें इलाज के लिए जेमेली अस्पताल में एडमिट किया गया था।
ईस्टर पर हजारों को दिया आशीर्वाद:
रविवार को सेंट पीटर्स स्क्वायर में अपने निधन से एक दिन पहले बीते ईस्टर हजारों लोगों को आशीर्वाद देने के लिए उपस्थित हुए थे, जहां पर तालियां बजाकर लोगों ने उनका स्वागत किया। इस बीच कार्डिनल ने कहा कि, चर्च में हमेशा सभी लोगों को समाहित करने के लिए पोप फ्रांसिस ने विस्तारित किया साथ ही वह किसी को भी इससे बाहर नहीं करना चाहते थे।
पीएम मोदी ने की थी पोप फ्रांसिस से मुलाकात :
पोप फ्रांसिस के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उनका स्नेह हमेशा भारत के लोगों के लिए याद रखा जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी 2021 में जब यूरोप दौरे पर थे, तब वेटिकन सिटी में उन्होंने पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी। मोदी ने पोप फ्रांसिस इस बीच पहली मुलाकात की, और पोप फ्रांसिस को पीएम ने भारत आने का भी न्योता भी दिया था। इसके बाद दूसरी बार G-7 समिट में मोदी ने 2024 में उनसे मुलाकात की थी।