रायपुर: छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर बड़ी खबर सामने आई है। जहां पर कानूनी अपराध होने के बाद भी व्यापारी बेखौफ होकर नाबालिग बच्चों से श्रम करा रहे हैं। ये मामला रायपुर स्थित जयस्तंभ चौक स्थित व्यावसायिक काम्पलेक्स रवि भवन की है जहां पर जिला पुलिस, एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन की संयुक्त टीम और महिला एवं बाल विकास विभाग ने छापेमारी कार्रवाई की है। कानूनी अपराध होने के बाद भी बेखौफ होकर नाबालिग बच्चों से श्रम करा रहे हैं। ये मामला रायपुर स्थित जयस्तंभ चौक स्थित व्यावसायिक काम्पलेक्स रवि भवन की है जहां पर जिला पुलिस, एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन की संयुक्त टीम और महिला एवं बाल विकास विभाग ने छापेमारी कार्रवाई की है।
बाल आश्रम व केंद्र में रहेंगे नाबालिग:
इन बच्चों को दुकान संचालकों द्वारा नौकरी पर रखकर काम कराया जा रहा था। बाल कल्याण समिति के माध्यम से इन बच्चों के परिजनों का पता लगाने तक सभी को टीम नेबाल आश्रम व बाल केंद्र में संरक्षण दिया है। साथ इन दुकान संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है। ये बच्चे रवि भवन के मोबाइल गैलेक्सी, तिरूपति नावेल्टी, स्मार्ट मोबाइल, बालाजी वॉच और जय मोबाइल नाम की दुकानों में काम करते मिले हैं। इनमें से एक दुकान में दो नाबालिग काम करते मिले, वहीं अन्य दुकानों में एक-एक नाबालिग मिले। टीम ने कार्रवाई के बाद सभी नाबालिग बच्चों को उनके परिजनों के मिलने तक बाल आश्रम व केंद्र में रखा है।
काम करते मिले नाबालिग :
इस दौरान 5 दुकानों में आधा दर्जन नाबालिग काम करते मिले। इन बच्चों को दुकान संचालकों द्वारा नौकरी पर रखकर काम कराया जा रहा था। टीम ने सभी बच्चों के परिजनों का पता लगाने तक बाल भवन में कई मोबाइल, वॉच सहित अन्य इलेक्ट्रानिक दुकानों में नाबालिग बच्चों से काम कराया जा रहा है। इसके बाद महिला व बाल विकास विभाग, जिला पुलिस और एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन की संयुक्त टीम ने कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर रवि भवन में गुरुवार को दोपहर करीब 3 बजे छापे मारी की है। कई दुकानों की इस दौरान जांच की गई है, और इस जांच के दौरान 6 नाबालिग बच्चे 5 दुकानों में काम करते मिले है। जिसमें 4 बालक और दो बालिका है।इन सभी बच्चों की उम्र 15 से 16 साल बताई जा रही है। जिन्हें बाल आश्रम व बाल केंद्र में जकल्याण समिति के माध्यम से संरक्षण दिया है, वहीं इन दुकान संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो रही है।
दुकान संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज :
प्रशासन को सूचना मिली थी कि रवि भवन में कई मोबाइल, वॉच सहित अन्य इलेक्ट्रानिक दुकानों में नाबालिग बच्चों से काम कराया जा रहा है। इसके बाद कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर जिला पुलिस, महिला एवं बाल विकास विभाग और एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन की संयुक्त टीम ने सूचना मिलते ही छापेमारी की है, इधर महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी शैल ठाकुर ने कहा कि जिन नाबालिग बच्चों से दुकानों में काम कराया जा रहा था, उन व्यक्तियों के खिलाफ गोलबाजार थाने में कानूनी कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। सभी दुकानदारों के विरुद्ध किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015 तथा बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियम) अधिनियम 1986 की धाराओं के तहत अपराध दर्ज कराया जा रहा है।