देवास : मध्यप्रदेश में एक बार फिर नकली नोट छापने वाला गिरोह एक्टिव हो गया। जिसे देवास पुलिस ने आज 16 लाख रूपए के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी घर पर ही नोट छापने का काम कर रहे थे। जिसकी जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और 5 लोगों को गिरफ्तार किया। जिनसे फ़िलहाल पूछताछ की जा रही है। 4 आरोपी देवास के हैं जबकि एक युवक बुरहानपुर का है।
500, 200 और 100 रुपए के मिले नकली नोट के बंडल
नकली नोट छापने वाले गिरोह को पुलिस ने देवास के सोनकच्छ से गिरफ्तार किया। इतना ही नहीं पुलिस को मौके पर 500,200 और 100 रुपए के नकली नोट के बंडल भी मिले है। नकली नोट बनाने के लिए प्रयुक्त लैपटॉप, प्रिंटर और स्कैनिंग पेटी सहित अन्य उपकरण भी पुलिस को मौके पर मिले जिसे जब्त कर लिया गया है । साथ ही सभी आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 178, 179, 180, 61(2) के तहत केस दर्ज कर मामले में आगे की जांच शुरू कर दी गई है।
ऐसे पकड़ाए आरोपी
दरअसल, देवास पुलिस को बीएनपी क्षेत्र में चेकिंग के दौरान दो बाइक सवार युवक संदिग्ध लगे। तलाशी लेने पर उनके पास से 1.96 लाख रुपए के नकली नोट मिले। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे सचिन नागर और शुभम वर्मा हैं। पूछताछ में दोनों ने बताया कि राजकुमार मालवीय नाम का उनका एक दोस्त खेड़ाखजूरिया गांव में अपने घर पर नकली नोट छापता है। देवास पुलिस ने राजकुमार के घर पर छापा मारा। वहां से राजकुमार और उसके दोस्त सुनील पाटिल को गिरफ्तार किया गया। सुनील पाटिल बुरहानपुर जिले के खकनार का रहने वाला है। तो वही सचिन नागर सोनकच्छ के दुधलाई गांव का रहने वाला है। शुभम वर्मा देवास के आगरोद गांव का रहने वाला है।