Panchak: 2 अगस्त दिन बुधवार सावन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को पंचक लग चुका है। यह पंचक दिनांक 07 अगस्त तक है। ऐसा कहा जाता है कि पंचक काल में कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र में पंचक काल की अवधि 5 दिन बहुत अशुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि पंचक में कोई भी कब से कब तक है पंचक ? शुभ काम नहीं करना चाहिए, वरना इसका परिणाम भी अशुभ मिलता है। बता दें, पंचक कई प्रकार के होते हैं। जैसे कि अग्नि पंचक, रोग पंचक, मृत्यु पंचक, राज पंचक है।
इन सभी पंचक का अपना एक अलग महत्व है। लेकिन अगर कोई भी पंचक बुधवार के दिन शुरू हो रहा है, तो उसे अशुभ नहीं माना जाता है। इसके अलावा गुरुवार के दिन भी शुरू होने वाला पंचक अशुभ नहीं होता है। ज्योतिषाचार्य पंडित विजयकांत भट्ट से जानते हैं, कि अगस्त में पंचक में और इस दौरान क्या सावधानी बरतनी चाहिए।
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कब से कब तक है पंचक?
पंचक हर महीने लगता है। वहीं इस माह अगस्त में पंचक दिनांक 02 अगस्त को रात 11:26 मिनट से लेकर इसकी समाप्ति दिनांक 07 अगस्त को प्रातः 01:43 को होगी। इस दौरान 5 दिनों तक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अगस्त माह में पंचक के दौरान व्रत-त्योहार दिनांक 02 अगस्त दिन बुधवार (बुधवार के उपाय ) से पंचक शुरू हो रहा है। जिसमें दो खास व्रत पड़ने वाले हैं। पहला दिनांक 04 अगस्त को अधिकमास की विभुवन संकष्टी चतुर्थी है। दूसरा दिनांक 07 अगस्त को सावन का पांचवा सोमवार है। इस पंचक में गणपति और शिव पूजा का कोई असर नहीं होता है।
इन बातों का रखें खास ख्याल:
पंचक काल के समय दक्षिण दिशा की ओर यात्रा न करें और अगर आपको किसी कारण से जाना पड़ जाए, तो हनुमान जी (हनुमान जी मंत्र) को गुड़ और चने का भोग लगाएं और उनकी पूजा करें।
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