Ashoka Garden Ram Bagh : राजधानी भोपाल में एक बार फिर सार्वजनिक स्थलों के नाम बदलने को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया है। नगर निगम भोपाल की हालिया परिषद बैठक में अशोका गार्डन का नाम बदलकर ‘राम बाग’ रखने का प्रस्ताव बहुमत से पारित कर दिया गया। इससे पहले यह प्रस्ताव एमआईसी से भी स्वीकृत हो चुका था।
पार्षद ने की थी नाम बदलने की पहल
वार्ड-69 के पार्षद सूर्यकांत गुप्ता ने अशोका गार्डन का नाम बदलने की मांग करते हुए इसे 'राम बाग' नाम देने का प्रस्ताव रखा था। बताया गया कि इलाके की सुधार समिति ने भी इस बदलाव का समर्थन किया है। 26 मई 2024 को समिति द्वारा प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद नगर निगम में औपचारिक प्रक्रिया शुरू की गई थी।
विवेकानंद चौराहे को मिला नया नाम
इसके साथ ही 80 फीट रोड पर स्थित विवेकानंद चौराहे का नाम अब 'विवेकानंद चौक' होगा। यह बदलाव भी पार्षद गुप्ता की पहल पर किया गया है। उनका कहना है कि क्षेत्रवासी लंबे समय से इस नामकरण की मांग कर रहे थे ताकि स्थान की पहचान अधिक स्पष्ट हो सके।
हमीदिया अस्पताल के नाम बदलने पर बवाल
बैठक के दौरान जब पार्षद देवेंद्र भार्गव ने हमीदिया अस्पताल का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा, तो सदन में भारी विरोध देखने को मिला। कांग्रेस पार्षदों ने इस प्रस्ताव पर कड़ी आपत्ति जताई और हंगामा शुरू हो गया। बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई, जिसके बाद सदन में “पाकिस्तान मुर्दाबाद” और “हिंदुस्तान जिंदाबाद” के नारे भी गूंजने लगे। माहौल गरमाता देख अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
छह नए विसर्जन कुंड भी बनेंगे
बैठक में धार्मिक और पर्यावरणीय दृष्टि से छह नए विसर्जन कुंड बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है। ये कुंड आगामी त्योहारों और उत्सवों में मूर्ति विसर्जन के लिए उपयोगी होंगे, जिससे जल स्रोतों पर भार कम होगा।
सार्वजनिक स्थलों के नामकरण पर सियासत तेज
नाम बदलने के इस दौर ने एक बार फिर भोपाल की राजनीति को गरमा दिया है। एक ओर बीजेपी इसे सांस्कृतिक विरासत से जोड़कर देख रही है, वहीं कांग्रेस https://www.thelondoncollege.edu.np/< इसे जनहित से भटकाव मान रही है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और भी राजनीतिक रंग ले सकता है।