नर्मदापुरम ; स्वस्थ रहने के लिए अक्सर लोग कसरत और योग करते है ताकि वो रोग मुक्त जीवन बीता सके। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा पचमढ़ी में योगा एवं वेलनेस रिट्रीट का आयोजन किया जा रहा है। मढ़ई के सुरम्य प्राकृतिक सौंदर्य के मध्य योग और मेडिटेशन करने से मन की शांति के साथ रोग से भी मुक्ति मिलती है। इसी कड़ी में शुक्रवार को म.प्र. टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक विदिशा मुखर्जी (आईएएस) ने भी भागीदारी की और विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश तेजी से वेलनेस एवं स्वास्थ्य पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित हो रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि यहां का प्राकृतिक सौंदर्य, प्रदूर्षण मुक्त वातारवरण अपने आप में एक वेलनेस केंद्र है, जहां देश-विदेश से आने वाले पर्यटक स्वास्थ्य लाभ लेते हैं। पहाड़, झरना, नदी के बीच योगासन उठा रहा है। बता दें कि वेलनेस रिट्रीट का आयोजन 19 मई तक किया गया है। जहां पर्यटक सतपुड़ा की वादियों में प्राकृतिक सौंदर्य के बीच शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का लाभ ले रहे हैं।
तनाव में कमी: योग में सांस लेने के व्यायाम और ध्यान शामिल हैं, जो मन को शांत करने और तनाव को कम करने में मदद करते हैं। यह विश्राम को बढ़ावा देता है और समग्र कल्याण में सुधार करता है।
मानसिक स्पष्टता और फोकस: योग के नियमित अभ्यास से मानसिक स्पष्टता, एकाग्रता में सुधार और फोकस में वृद्धि हो सकती है। यह आपको दैनिक जीवन में अधिक उपस्थित और सचेत रहने में मदद कर सकता है।
बेहतर पोस्चर: योगा पोज़ कोर की मांसपेशियों को मजबूत करके और रीढ़ की हड्डी को संरेखित करके पोस्चर में सुधार करने का काम करता है। यह खराब मुद्रा के कारण होने वाले पीठ और गर्दन के दर्द के जोखिम को कम कर सकता है।
ऊर्जा के स्तर में वृद्धि: योग अभ्यास रक्त परिसंचरण में सुधार और तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करके ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। यह थकान को कम करता है और जीवन शक्ति को बढ़ावा देता है।
बेहतर नींद: योग नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकता है। योग की विश्राम तकनीक और तनाव कम करने के लाभ अनिद्रा से निपटने और आरामदायक नींद को बढ़ावा देने में सहायता कर सकते हैं।
वजन प्रबंधन: नियमित योगाभ्यास वजन प्रबंधन में योगदान कर सकता है। यह मांसपेशियों को टोन करने, चयापचय को बढ़ावा देने और पाचन में सुधार करने में मदद करता है, जो स्वस्थ वजन घटाने या रखरखाव का समर्थन कर सकता है।
लचीलेपन में वृद्धि: योग में मांसपेशियों, टेंडन और लिगामेंट्स को खींचना और लंबा करना शामिल है, जो समय के साथ धीरे-धीरे लचीलेपन में सुधार करता है। बढ़ा हुआ लचीलापन एथलेटिक प्रदर्शन को बढ़ा सकता है और चोटों को रोक सकता है।
भावनात्मक भलाई: योग चिंता, अवसाद को कम करके और सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देकर भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देता है। शारीरिक गतिविधि, सांस लेने की तकनीक और ध्यान का संयोजन भावनाओं को संतुलित करने में मदद करता है।
बढ़ी हुई श्वसन क्रिया: योग में अभ्यास किए जाने वाले श्वास अभ्यास (प्राणायाम) फेफड़ों की क्षमता और समग्र श्वसन क्रिया में सुधार करते हैं। यह अस्थमा जैसी श्वसन स्थितियों वाले व्यक्तियों को लाभान्वित कर सकता है।
हृदय स्वास्थ्य: योग की कुछ गतिशील शैली, जैसे विनयसा या पावर योग, हृदय गति को बढ़ाकर और हृदय की सहनशक्ति में सुधार करके हृदय संबंधी लाभ प्रदान कर सकते हैं।