Monsoon in MP : बुधवार को दक्षिण पश्चिम मानसून भोपाल सहित लगभग पूरे प्रदेश में ऑनसेट हो गया है। यह क्लाइमेट चेंज का असर ही है कि भोपाल सहित कई जिलों में बिना आंधी-बारिश के ही मानसून आगे बढ़ा है। अब इन जिलों में बारिश के लिए दो से तीन दिन का और इंतजार करना होगा। 25 से 26 जून के बीच दूसरा स्ट्रांग सिस्टम बनेगा, जो एक सप्ताह तक भोपाल सहित अधिकांश जिलों में भारी से तेज बारिश करेगा। इसी सिस्टम को ध्यान में रखकर मानसून की नॉदर्न लिमिट को फिलहाल आगे बढ़ा दिया गया है। जिससे भोपाल सहित पूरे प्रदेश में मानसून ऑनसेट हो चुका है।
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार सामान्य तौर पर मानसूनी सिस्टम अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़कर प्रदेश को कवर करता है, जो अरब सागर से महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान की ओर बढ़ता है और बंगाल की खाड़ी से कर्नाटक, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ के रास्ते प्रदेश को कवर करता हुआ आगे बढ़ता है। यह दोनों सीमाएं प्रदेश में मानसून ऑनसेट को एक साथ आगे बढ़ाते हुए मार्क करती हैं। इस दौरान कुछ जिलों में बारिश नहीं होने के बावजूद मानसून की उत्तरी सीमा आगे बढ़ जाती है। भोपाल में भी ऐसा ही हुआ है।
मध्यप्रदेश में मानसून ने इस बार ज़ोरदार दस्तक दी है। बीते 24 घंटों के भीतर प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का दौर शुरू हो गया है, वहीं मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए भी सतर्कता बरतने की चेतावनी दी है। खासतौर पर प्रदेश के पश्चिमी, पूर्वी और मध्य भागों में मौसम के चार सक्रिय सिस्टम एक साथ काम कर रहे हैं, जिससे अगले कुछ घंटों में मौसम में और भी तेजी से बदलाव आने की संभावना है।
बारिश का दौर शुरू
भोपाल और जबलपुर जैसे बड़े शहरों में तेज बारिश की शुरुआत हो चुकी है। इन दोनों शहरों सहित आसपास के क्षेत्रों में आज झमाझम बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में गिरावट आई और मौसम सुहावना हो गया।
ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने 15 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इनमें बड़वानी, झाबुआ, धार, रतलाम, मंदसौर, नीमच, गुना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, अनूपपुर, डिंडौरी और बालाघाट शामिल हैं। इन जिलों में भारी बारिश के साथ तेज़ हवाएं (50दृ60 किमी/घंटा) चलने और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
यहां योलो अलर्ट जारी
इसके अलावा प्रदेश के 38 से अधिक जिलों के लिए येलो अलर्ट घोषित किया गया है। इसमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, सीहोर, विदिशा, राजगढ़, सतना, कटनी, छिंदवाड़ा, सागर, टीकमगढ़ जैसे जिले शामिल हैं। येलो अलर्ट का मतलब है कि मौसम सामान्य से ज्यादा सक्रिय हो सकता है और लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।