भोपाल ; मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के करीबन एक हफ्ते बाद सीएम फेस का आखिरकार खुलासा हो गया है। मोहन यादव को मध्य प्रदेश के नए सीएम चुनने पर प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। बता दें कि मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक है और हाल ही में शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री के पद पर काबिज थे। इसके अलावा यादव संघ के बेहद करीबी माने जाते है। मोहन यादव ने साल 1984 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। जिनमें दो बेटे और एक बेटी शामिल है।
जानिए राजनीतिक सफर
छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत करने वाले मोहन यादव बीजेपी के स्थापित नेता हैं। उज्जैन संभाग के बड़े नेताओं में उनकी गिनती होती है। मोहन यादव माधव विज्ञान महाविद्यालय से छात्र राजनीति की शुरुआत की थी। पार्टी में कई पदों पर रहने के बाद सरकार में उन्हें पहले मंत्री बनने का मौका मिला और अब वे प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बने हैं। कई बार वह बयानों को लेकर प्रदेश की राजनीति में चर्चा में रहे हैं। 1982 में वे माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव और 1984 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे हैं।
ABVP से शुरू की राजनीति
मोहन यादव ने वर्ष 1984 मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री और 1986 मे विभाग प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली। यही नहीं वर्ष 1988 में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं। 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री और सन 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री रह चुके हैं। 1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह और 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह रहे हैं।
प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव
संघ में सक्रियता की वजह से मोहन यादव 1997 में भाजयुमो प्रदेश समिति में अपनी जगह बनाई। 1998 में उन्हें पश्चिम रेलवेबोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य भी बने। इसके बाद उन्होंने संगठन में रहकर अलग-अलग पदों पर काम किया। 2004-2010 के बीच वह उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) रहें। 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) भी बने।
मोहन यादव ओबीसी समुदाय से आते हैं
डॉक्टर मोहन यादव निर्वतमान सीएम शिवराज सिंह चौहान के काफी करीबी माने जाते हैं. साल 2013 से शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में उच्च शिक्षा मंत्री थे. साल 2004 से साल 2010 तक डॉ.मोहन यादव उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे थे. साल 2011 से साल 2013 तक उन्होंने मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाई थी. उज्जैन दक्षिण से विधायक डॉ. मोहन यादव ओबीसी समुदाय से आते हैं. मध्य प्रदेश में लगभग 58 फीसदी ओबीसी आबादी है.