छिंदवाड़ा : ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं पहुँचाने के लिए एक अहम पहल करते हुए, भारत की प्रमुख सीमेंट कंपनियों में से एक डालमिया सीमेंट (भारत) लिमिटेड (डीसीबीएल) ने अपने मंडला नॉर्थ कोल माइन टीम के माध्यम से विश्व पर्यावरण दिवस पर छिंदवाड़ा (मध्यप्रदेश) में मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) की शुरुआत की। इस मोबाइल यूनिट के माध्यम से डालमिया सीमेंट का उद्देश्य दुर्गम क्षेत्रों में नियमित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराकर इस क्षेत्र को सहायता प्रदान करना है।
नि:शुल्क चिकित्सा जांच और दवाइयों की सुविधा उपलब्ध
एमएमयू सात परियोजना-प्रभावित गांवों- बिछुआ पत्थर, सानवला ढाना, देवरी, सेठिया, सिरगोडा, मंडला और तेंदुखेड़ा में नियमित रूप से नि:शुल्क चिकित्सा जांच और दवाइयों की सुविधा उपलब्ध कराएगी। इस यूनिट में एक डॉक्टर, एक नर्स और एक फार्मासिस्ट की टीम तैनात रहेगी। इस पहल की शुरुआत डालमिया सीमेंट के डिप्टी एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर – कोल ऑपरेशंस श्री संदीप कुमार जैन ने की। कार्यक्रम में कंपनी के अन्य अधिकारी और वॉकहार्ट फाउंडेशन के टीम लीडर श्री समीर जायसवाल भी मौजूद रहे।
स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को पूरा करने का प्रयास
इस अवसर पर डालमिया भारत के नेशनल मैन्युफैक्चरिंग हेड गणेश जिरकुंतवार ने कहा, डालमिया भारत में हमारा मानना है कि समुदायों का स्वास्थ्य और कल्याण ही हमारे सतत विकास के विज़न का मूल आधार है। मोबाइल मेडिकल यूनिट की शुरुआत इस बात का प्रमाण है कि हम दूर-दराज और उपेक्षित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को पूरा करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
कंपनी का उद्देश्य सतत विकास को बढ़ावा देना
इस पहल के माध्यम से हम उन ग्रामीणों तक जरूरी चिकित्सा सुविधाएं पहुँचाना चाहते हैं, जिन्हें अब तक बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं भी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाती है। इस प्रयास को सफल बनाने में सहयोग देने के लिए हम वॉकहार्ट फाउंडेशन के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। डालमिया भारत ग्रामीण समुदायों के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के प्रति अपने संकल्प पर स्थिर है। कंपनी का उद्देश्य सतत विकास को बढ़ावा देकर मजबूत और आत्मनिर्भर समुदायों का निर्माण करना है।