Bundelkhandi Lamp : मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड़ खजुराहो में बनाए जा रहे मैजिक दिए इन दिनों दुनियाभर में चर्चा का विषय बने हुए है। खास बात यह है कि इन दीपकों की विदेशों में बड़ी डिमांड़ है। विदेशी मार्केट में ये दिए हाथों हाथ बिक रहे है। मिट्टी की गुल्लक के आकार का ये दिए क्यों चर्चा में हैं, आइए आपको बताते है।
खजुराहो से 15 किलोमीटर दूर प्रजापति परिवार के द्वारा बनाये गए मैजिक दिए मार्किट में हांथों हाथ बिक जाते हैं। मिटटी से गोलक के आकार में बनाये हुए मैजिक दियों की मांग देशी मार्केट के साथ-साथ विदेशी मार्केट में होने से ये चर्चा में आ गए है। गुल्लक के आकार और कछुए की आकृति में मिटटी से बने यह दिये, जिनकी कुछ ख़ास बनावट है और उसी तरह से इन दियों का नाम भी ख़ास रखा गया है, जी हाँ यह हैं बुंदेलखंड के ख़ास “मैजिक दिये”...मिटटी के बने हुए यह मैजिक दिये खजुराहो से 15 किलोमीटर दूर प्रजापति परिवार के द्वारा अपनी पैतृक व्यवसाय को बढाने और आज की नई सोच को दर्शाता है।
घंटों जलते है मैजिक दिए
प्रजापति परिवार के द्वारा बनाये हुए मैजिक दियों का नाम क्यों मैजिक दिये कहा जाता है इसकी भी ख़ास वजह है। मैजिक दिये में भी आम दीयों की तरह तेल डाला जाता है। दिये में तेल डालने के बाद तेल अन्दर ही लॉक हो जाता है और दिए को सीधा खड़ा रख देते हैं। उसके बाद कॉटन की बत्ती बनाकर उसको दिए में रखकर आम दीयों की तरह घंटों जलता रहता है। जिसे देवीदीन के बेटे राघवेन्द्र ने खुद हमारे संवाददाता को डेमो करके दिखाया।
कैसे जलते है ये खास दिए...
दिए गए डेमों में बताया गया की दिये में तेल डालने के बाद वह दिए में लॉक हो जाता है...और दिए को सीधा खड़ा रख देते हैं...उसके बाद कॉटन की बत्ती बनाकर उसको दिए में रखकर आम दीयों की तरह जलाते हैं और मैजिक लैंप जलता रहता है। देवीदीन प्रजापति के बेटे ने यह भी बताया कि वह अपनी पीढ़ियों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए 25 सालों से मैजिक दिये बनाते आ रहे हैं...और यह मैजिक दिये सिर्फ उनके परिवार के द्वारा ही बनाये जाते हैं...देशी और विदेशी मार्केट में मांग होने के कारण आज मैजिक दिए उनके परिवार की पहचान बन गए...और जैसा ही इन दियों का नाम है। उसी तरह से उनकी कीमत भी तय की गयी है। प्रजापति परिवार के बनाये हुए दिये आज लोगों की पहली पसंद बन चुके हैं और हाथों हाथ बिक जाते हैं।
25 साल से बना रहे दिए
राघवेन्द्र ने बताया कि आम दियों बनाते हुए कुछ ख़ास और अलग तरह के दियों का निर्माण कर दिया जिन्हें मैजिक दिया नाम रखा गया। अपनी पीढ़ियों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए 25 सालों से मैजिक दिये बनाते आ रहे हैं। देशी और विदेशी मार्केट में मांग होने के कारण आज मैजिक दिए उनके परिवार की पहचान बन गए।
विदेशों में धमाल मचा रहे दिए
विदेशों में टेराकोटा आर्टिस्ट में अपनी अलग पहचान बनाने वाले देवीदीन प्रजापति परिवार ने देशी और स्थानीय मार्केट मार्किट में भी मूर्तियों और अलग अलग कलाकृतियों के निर्माण के रूप में जाना जाता है...लेकिन उनके द्वारा बनाये गए मैजिक दियों से उन्हें एक अलग ही पहचान मिली है!