नरोत्तम मिश्रा : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी का प्रदर्शन बेहतर रहा। बीजेपी के दिग्गजों ने अपना पराक्रम दिखाते हुए विपक्षी दलों के नेता धुरंधरों को धूल चटाई, लेकिन बीजेपी का वो धुरंधर जिसके चुनाव जीतने की लोगों को पूरी उम्मीद थी, लेकिन वो चुनाव हार गया। हम बात कर रहे है दतिया विधानसभा की, जहां से भाजपा के उम्मीदवार थे पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा। नरोत्तम मिश्रा को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। चुनाव हारने के बाद से वे पार्टी की धारा से दूर दिखाई दिए, लेकिन हाल ही में बीजेपी ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दे दी है।
पावर में आए नरोत्तम मिश्रा
शिवराज सरकार में सबसे बड़े मंत्री रहे पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा एक बार फिर पावर में आ गए है। बीजेपी उनकी काबिलियत का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में फायद उठाना चाहती है। इसलिए बीजेपी ने नरोत्तम मिश्रा को महाराष्ट्र चुनाव से पहले चुनावी प्रबंधन का काम सौंपा दिया है। नरोत्तम मिश्रा वही है जिन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस में तोड़फोड़ कर करीब 2 लाख कांग्रेसियों को भाजपा में शामिल किया था। नरोत्तम मिश्रा अब महाराष्ट्र में अपना जलवा दिखाते हुए नजर आएंगे।
ये नेता संभालेंगे महाराष्ट्र चुनाव की कमान
बीजेपी ने महाराष्ट्र चुनाव के लिए मध्यप्रदेश के नेताओं को अलग-अलग क्षेत्रों की कमान सौंपी है। बीजेपी ने नरोत्तम मिश्रा, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री विश्वास सारंग, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा को विदर्भ क्षेत्र की अलग अलग विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी है। इससे पहले बीजेपी जयभान सिंह पवैया को महाराष्ट्र का सह प्रभारी का जिम्मा सौंप चुकी है।
एमपी नेताओं पर क्यों भरोसा?
दरसअल, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रदेश भाजपा नेताओं का कुशल प्रबंधन और पार्टी को मिली रिकॉर्ड जीत को लेकर बीजेपी ने महाराष्ट्र चुनाव में एमपी के नेताओं पर भरोसा जताया है। इतना ही नहीं मध्यप्रदेश की सीमा महाराष्ट्र से लगी हुई है। महाराष्ट्र में एमपी के कई लोग निवास करते है। बीजेपी का मानना है एमपी के नेताओं को महाराष्ट्र की जिम्मेदारी देने से पार्टी को फायदा होगा।