प्रभु श्रीराम के वनवास से अयोध्या वापस लौटने की ख़ुशी में पूरे अयोध्या नगरी को दीपों से सजाया गया था। दीपावली पर्व प्रभु श्री राम लक्ष्मण और माता जानकी के लौटने से अयोध्या में उत्सव का माहौल था। तब से लेकर आज तक इस दिन को दीवाली पर्व के रूप में मनयते हैं और खुशियां बांटते हुए एक दूसरे को दीपावली पर्व की बधाइयां देते हैं। रंग बिरंगे पटाखे फोड़कर दीयों की रौशनी से पूरे भारत में दीपावली का पर्व मनाया जाता है।
दिवाली पर घर के सामने केले के पेड़ लगाने की परंपरा का संबंध भारतीय संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं से है। केले का पेड़ शुभ माना जाता है और इसे समृद्धि, खुशहाली और सुख-शांति का प्रतीक माना जाता है।
धार्मिक महत्व: हिंदू धर्म में केले के पेड़ को देवी-देवताओं का घर माना जाता है। इसे घर में लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
सजावट: दिवाली पर घर की सजावट के लिए केले के पेड़ का उपयोग किया जाता है। इन पेड़ों के पत्ते को शुभ माना जाता है और इन्हें पूजा-पाठ में भी शामिल किया जाता है।