नई दिल्ली। देश की औद्योगिक और सामरिक सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में आने वाले पांच वर्षों के भीतर 70,000 नए जवानों की भर्ती की जाएगी। गृह मंत्रालय ने हाल ही में CISF की मौजूदा स्वीकृत जनशक्ति को 1.62 लाख से बढ़ाकर 2.20 लाख करने की मंजूरी दी है। इसी के तहत यह विशाल भर्ती अभियान चलाया जाएगा।
हर साल औसतन 14,000 पदों पर नियुक्तियां
सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए यह बड़ा अवसर है। CISF ने वर्ष 2024 में पहले ही 13,230 कर्मियों की नियुक्ति कर ली है, जबकि 2025 के लिए 24,098 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। आगामी वर्षों में हर साल औसतन 14,000 से अधिक पदों पर भर्तियां की जाएंगी।
नई बटालियन का भी गठन प्रस्तावित
यह भर्ती अभियान खास तौर पर देश के महत्वपूर्ण औद्योगिक, रणनीतिक और सुरक्षा क्षेत्रों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इनमें एयरपोर्ट्स, समुद्री बंदरगाह, ताप और जल विद्युत संयंत्र, परमाणु प्रतिष्ठान, और जम्मू-कश्मीर की जेलें शामिल हैं। इसके अलावा एक नई अतिरिक्त बटालियन के गठन का भी प्रस्ताव है, जिससे CISF की तैनाती और प्रभावशीलता और बढ़ेगी।
महिला कर्मियों की भागीदारी को भी मिलेगा बढ़ावा
महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी इस भर्ती अभियान के तहत खास ध्यान दिया जाएगा। आगामी वर्षों में महिलाओं की CISF में भागीदारी बढ़ाने की योजना है। वहीं, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में नक्सलवाद की गतिविधियों में लगातार कमी आने के कारण नए औद्योगिक क्षेत्रों के विकास की संभावनाएं बढ़ी हैं। सरकार का लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक माओवादी गतिविधियों को पूरी तरह समाप्त किया जाए।