Bhopal Drug-Love Jihad: राजधानी भोपाल में कुख्यात मछली परिवार पर प्रशासन का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। ड्रग्स तस्करी और लव जिहाद मामलों में फंसे इस परिवार की तीन मंजिला आलीशान कोठी को गुरुवार को ढहा दिया गया। कार्रवाई को लेकर इलाके में भारी तनाव रहा, वहीं स्थानीय लोगों ने विरोध भी किया।
सरकारी जमीन हटाई कोठी
करीब 6,000 वर्गफीट में बनी ये कोठी, जो इस परिवार के रसूख की पहचान मानी जाती थी, जिसे सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी। इसकी कीमत करीब 10 करोड़ रुपये आंकी गई है। पुलिस और प्रशासन की टीम भारी सुरक्षा के बीच कोठी को तोड़ने की कार्रवाई की। प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट की उस गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए कुछ दिन पहले कार्रवाई टाल दी थी, जिसमें कहा गया है कि रिहायशी इलाकों में बिना पूर्व सूचना तोड़फोड़ नहीं की जा सकती। इससे पहले भी प्रशासन ने मछली परिवार की फार्म हाउस, मदरसा, वेयरहाउस, और फैक्ट्री सहित कई संपत्तियां गिरा दी थीं। अब तक करीब 100 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति को अतिक्रमण से मुक्त कराया जा चुका है।
कौन है 'मछली परिवार'?
भोपाल में "मछली परिवार" एक आपराधिक गैंग की तरह काम करता रहा है। इसमें यासीन मछली, शारिक मछली, शकील, सोहेल, और अताउल्लाह अहमद जैसे नाम शामिल हैं, जो ड्रग्स तस्करी, हथियारों की खरीद-फरोख्त, अपहरण, फिरौती, और सरकारी जमीन पर कब्जे जैसे मामलों में फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि इनका नेटवर्क भोपाल से लेकर राजस्थान और महाराष्ट्र तक फैला हुआ है। कई मामलों में पुलिस इनकी गिरफ्तारी कर चुकी है, और कई संपत्तियों पर बुलडोजर चल चुका है। जिस कोठी को गुरूवार को गिराया गया है, वहीं से ये पूरा गैंग अपना रैकेट चलाता था। बताया जा रहा है कि इसी कोठी में बड़ी-बड़ी पार्टियां होती थीं, नेताओं और अफसरों का आना-जाना लगा रहता था।
अबतक हुई ये कार्रवाई
फार्म हाउस, वेयरहाउस और मदरसे गिराए गए
100 करोड़ से अधिक की अवैध जमीन खाली कराई गई
मछली परिवार के 15 से ज्यादा सदस्य गिरफ्तार
रसूख की 10 करोड़ की कोठी जमींदोज