निगम मंडल नियुक्तियां : मध्यप्रदेश बीजेपी में कुछ ही दिनों में सत्ता की रेवड़ी बटना शुरू हो जाएगी। रेवड़ी का स्वाद चखने के लिए नेता अब भोपाल भाजपा कार्यालय से लेकर दिल्ली तक भिनभिनाने लगे है। नेताओं की भोपाल-दिल्ली दौड़ शुरू हो गई है। कई नेताओं ने तो डेरा ही डाल लिया है। ये नेता अपने अपने चहेते मंत्री, विधायक या फिर बड़े पदों पर बैठे भाजपा नेताओं के बंगले झांकने लगे है। इन नेताओं का कहना है अपने ही भाई साहब का बंगला है... अब तो कुर्सी लेकर ही जाएंगे... कुछ छुटभैया नेताओं ने तो रिश्तेदारी निकालना शुरू कर दिया है, कि वे हमारे फलाने के फलाने है.. वे हमारे मित्र के फलाने है...
नेताओं की लगेगी लॉटरी
जी हां ऐसी चर्चाएं अब सियासी गलियारों में होने लगी है। मध्यप्रदेश सरकार के निगम मंडलों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति के लिए मोहन सरकार ने कवायद लगभग शुरू कर दी है। जल्द ही भाजपा नेताओं की लॉटरी लगेगी और सत्ता में भागीदारी मिलेगी। निगम मंडलों में नियुक्ति के लिए दिल्ली हाईकमान से प्रदेश भाजपा को हरि झंड़ी मिल गई है। जल्द ही बीजेपी अपने वफादारों और वरिष्ठ नेताओं को मंडलों में पदस्थ करेगी ऐसी प्रबल संभावनाएं है।
दिल्ली से आए मंत्रालय लाए!
दरसअल, बीते महीनों में देखा जाए तो सीएम मोहन यादव के दिल्ली फेरे कफी बढ़ गए है। बीते दिनों सीएम मोहन के दिल्ली दौरे पर गए थे, दिल्ली से लौटकर आए तो नए मंत्री रामनिवास रावत को मंत्रालय की जिम्मेदारी लेकर आए। पार्टी सूत्रों की माने तो सीएम मोहन की पार्टी के शीर्ष नेताओं से मंडलों में निुयक्तियों को लेकर भी चर्चा हुई थी। पार्टी ने भी चर्चा करने के बाद निगम मंडलों में नियुक्ति को लेकर हरि झंडी दे दी है। जिन नेताओं को जिम्मेदारी मिलनी है उन नेताओं की एक लिस्ट बीजेपी जल्द ही बनाकर आलाकामन के समक्ष प्रस्तुत करके मोहर लगवाएंगी।
संघ के 10 नेता जाएंगे निंगम मंडल?
भाजपा सूत्रों का कहना है कि निगम-मंडलों में ऐसे नेताओं को नियुक्ति दी जाएगी जिन्होंने चुनावों में समर्पित भाव से काम किया, ऐसे नेता जिन्हें अबतक कोई बड़ा पद नहीं मिला, साथ ही ऐसे नेता जो विधानसभा और लोकसभा चुनावों में टिकट से वंचित रह गए, ऐसे नेताओं को निगम मंडलों में भेजकर संतुष्ट करेगी। इतना ही नहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े नेताओं को भी निगम मंडलों की कुर्सी सौंपी जा सकती है। सूत्रों की माने तो बीजेपी ने संघ से 10 नेताओं के नाम मांगे है।
पूर्व कांग्रेसियों को भी पद?
निगम मंडलों में होने वाली नियुक्तियों को लेकर प्रदेश संगठन सूची तैयार करने में जुटा हुआ है। कयास यह भी लगाए जा रहे है कि निगम मंडलों में कांग्रेस से भाजपा में आए कुछ नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है। क्योंकि लोकसभा चुनाव के दौरान ऐसे कई कांग्रेसी नेताओं ने भाजपा के लिए काम किया और पार्टी को बहुमत भी दिलाया था। बीजेपी पहले भी संकेत दे चुकी है कि जिन नेताओं ने चुनाव के समय पूरी निष्ठा के साथ अच्छा काम किया है, चुनाव बाद उनका पूरा ध्यान रखा जाएगा। ऐसे में अब दावेदारों में बेचैनी बढ़ गई है।
इन नेताओं को नहीं मिलेगा पद!
अंदर खाने की खबर की माने तो निगम मंडलों में जगह पाने के लिए दावेदारों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में पार्टी को नाम तय करने में मशक्कत करनी पड़ रही है। पार्टी ने तय किया है कि निगम मंडलों में दो बार रह चुके नेताओं को अब मौका नहीं दिया जाएगा, बल्कि नए चेहरों को मौका दिया जाएगा।
हाईकमान को लिखे पत्र
दिल्ली आलाकमान को कई नेता पत्र लिखकर बता चुके है कि संगठन में कई ऐसे चेहरे है जिन्हें हर बार कोई न कोई पद दे दिया जाता है। जिसके चलते कई चेहरे पद से वंचित रह जाते है। इसके बाद यह तय किया या है कि दो बार पदों पर रह चुके नेताओं को मौका नहीं दिया जाएगा, बल्कि चुनावों में बेहतर काम करने वाले नेताओं को पहले प्राथमिकता दी जाएगी। खबर यह भी है कि संघ से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं को पार्टी मौका दे सकती है।
विकास जैन भोपाल