भोपाल। सूखीसेवनिया थाना क्षेत्र स्थित पुरामन भवन गांव में नवीं कक्षा की छात्रा ने फांसी लगा ली। परिजन उसे फंदे से उतारकर अस्पताल लेकर पहुंचे थे। वहां डॉक्टर ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पीएम के बाद परिजन को सौंप दिया है। छात्रा के पास से सुसाइड नोट नहीं मिला है। साथ ही परिजन शोकाकुल होने के कारण बयान नहीं दे सके हैं।
पुलिस के अनुसार, निहारिका पिता स्वर्गीय प्रेमनारायण अहिरवार (14) गांव पुरामन भवन, सूखी सेवनिया में रहती थी। वह हर्राखेड़ा के शासकीय स्कूल में 9वीं कक्षा में पढ़ती थी और वहीं छात्रावास में रहती थी। उसके पिता की करीब चार साल पहले मौत हो चुकी है। निहारिका के परिवार में मां और छोटा भाई है। मां मजदूरी कर बेटी और बेटे की परवरिश करती थी। निहारिका के घर से कुछ दूरी पर नाना का घर है। शुक्रवार दोपहर निहारिका की मां बैंक गई थी। उन्हें बैंक में खाता खुलवाना था, जबकि घर में निहारिका और उसका छोटा भाई था। भाई बाहर खेल रहा था, तभी निहारिका ने मां की साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। भाई ने बहन को फांसी के फंदे पर लटका देख नाना के घर जाकर सूचना दी। इसके बाद नाना और मामा उसे फंदे से उतारकर, भानपुर स्थित निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, वहां डॉक्टर ने प्राथमिक जांच में ही निहारिका को मृत घोषित कर दिया।
तीन दिन पहले ही हॉस्टल से आई थी घर
निहारिका के परिजन ने बताया कि तीन दिन पहले ही निहारिका हॉस्टल से आई थी। परिजन से प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि निहारिका ने किसी परेशानी का जिक्र परिवार में नहीं किया था। पुलिस का कहना है कि निहारिका के स्कूल और छात्रावास पहुंचकर उसकी सहेलियों से पूछताछ की जाएगी।