भोपाल। समर सीजन में ट्रेनों में सफर करना यात्रियों को भारी पड़ रहा है, क्योंकि लंबी दूरी की अधिकांश ट्रेनें एक से नौ घंटे तक की देरी से चल रही है। सबसे अधिक अमृतसर-नांदेड़ सचखंड एक्सप्रेस 9 से 10 घंटे लेट चल रही है। पिछले दिनों तक यह ट्रेन 26 घंटे तक की देरी से चल रही थी। अभी एक सप्ताह से 9 से 10 घंटे की देरी से आ रही है। इसी तरह भोपाल से गुजरने वाली अन्य ट्रेनें लगातार 4 से 5 घंटे की देरी से चल रही हैं।
इसके कारण सामान्य श्रेणी में सफर करने वाले यात्री तपकर बीमार हो रहे हैं। रोज यात्री मेडिकल के लिए मदद मांग रहे हैं। पिछले डेढ़ माह में करीब 60 लोग बीमार हो चुके हैं तो वहीं विगत दिनों गोरखपुर-वडोदरा एक्सप्रेस में सफर के दौरान बीना और विदिशा के बीच यूपी की रहने वाली महिला यात्री आशा देवी की तबीयत खराब हो गई थी और उनकी बैरागढ़ स्टेशन आने तक मौत हो गई थी। तो वहीं ट्रेनों के इंतजार में स्टेशन में काफी भीड़ देखने को मिल रही है।
यात्रियों में भारी नाराजगी
एक्सप्रेस ट्रेनों के समय पर नहीं आने से यात्रियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। नाराजगी इस बात को लेकर ज्यादा है कि भीषण गर्मी में भी रेलवे की व्यवस्था बे-पटरी हो गई है। स्टेशनों पर गर्मी से बचाव के पुख्ता इतंजाम तक नहीं हैं। यह समस्या करीब 20 दिन से बनी है। वहीं रेलवे अधिकारियों का कहना है कि किसान आंदोलन, तीसरी लाइन के काम के साथ-साथ समर स्पेशल ट्रेनों की बड़ी संख्या में चलने से ट्रैफिक दवाब अधिक देखने को मिल रहा है।
ये ट्रेनें रोज लेटलतीफी की शिकार
12716 अमृतसर-नांदेड़ सचखंड एक्सप्रेस 9.00 घंटे लेट आई
11058 अमृतसर एक्सप्रेस 1.45 घंटे लेट आई
01665 रानी कमलापति-अगरतला किराया स्पेशल 4.51 घंटा
12138 पंजाब मेल 2:10 घंटे लेट आई
14624 पतालकोर्ट एक्सप्रेस 2 घंटे लेट आई
11078 झेलम एक्सप्रेस 2 लेट आई
22710 हजूर साहिब नान्देड साप्ताहिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस 1:15 घंटे लेट आई
कोशिश है कि ट्रेनें समय पर चलें
इन दिनों जोन स्तर पर विभिन्न सेक्शनों में तीसरी लाइन का काम चलने की वजह समर स्पेशल ट्रेनों के कारण ट्रैफिक दवाब अधिक देखने को मिल रहा है। इस वजह से कई बार ट्रेनें लेट हो जाती है। रेलवे की पूरी कोशिश होती है कि सभी ट्रेनों समय पर चल सकें।
धमेंद्र कुमार सिंह, सहायक वाणिज्य प्रबंधक व प्रभारी संपर्क अधिकारी, भोपाल रेल मंडल