भोपाल। सुभाष नगर से सिंधी कॉलोनी तक अब भी आरा मशीन जैसी बड़ी से लेकर दुकान और मकान तक 200 से ज्यादा बाधाएं हैं। यह प्राइवेट से लेकर सरकारी जमीन तक के अलावा न्यायालय में लंबित मामले हैं। अब इन्हें हटाने तीन फेस में काम किया जाएगा। पहले फेस में सरकारी जमीन के अतिक्रमण को हटाया जाएगा। इसके बाद प्राइवेट जमीन के मामले सुलझाएंगे। इसके बाद पुट्ठा मिल जैसे न्यायालय में लंबित मामलों को लिया जाएगा। इसके साथ ही दो से तीन दिन में मेट्रो के रूट में आ रही बड़ा कब्रिस्तान की जमीन का मामला भी सुलझ जाने की संभावना जताई जा रही है।
संपत्तिकर के दायरे में 5 लाख मकान
पुल बोगदा से लगे आजाद नगर में कई प्रॉपर्टी खाली कराई जा चुकी हैं। अब भी यहां पर 38 दुकानदारों को मुआवजा दिए जाने काम शेष है। यहां सबसे पहले काम शुरू होगा। मेट्रो रूट में सबसे बड़ी बाधा 108 आरा मशीन हैं। इसके लिए एयरपोर्ट रोड पर 18 हेक्टेयर जमीन तय की गई है। उद्योग विभाग प्लॉट विकसित कर आरा माशीन संचालकों को देगा। हालांकि अब इसके लिए फिर से प्लान बनाना होगा। चार साल पहले इन्हें आचारपुरा में शिफ्ट किया जाना था।
पुट्ठा मिल पर बनेगा मेट्रो स्टेशन
रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर-6 के सामने 0.4 हेक्टेयर जमीन की जरूरत मेट्रो को है। यहां पर करीब 100 मकान और दुकानें हैं। इसके लिए एसडीएम की सभी से बातचीत के बाद लगभग सहमति बन गई है। यहां पर सरकारी जमीन होने के कारण पहले खाली कराया जाएगा। मामला अभी न्यायालय में लंबित है। कोर्ट में मामला होने के कारण इस पर निर्णय कोर्ट के निर्देश या आदेश भी लिया जाएगा। पुट्ठा मिले को पहले जिला प्रशासन ने वापस ले लिया था, लेकिन बाद में यह मामला कोर्ट में चला गया। यहां पर मेट्रो का रेलवे स्टेशन बनाए जाएगा। इसमें भी कोर्ट के निर्देश पर ही आगे की कार्रवाई हो सकेगी। यहां पर बड़ा कब्रिस्तान की 20 से 25 की दीवार आ रही है।