Mental Hospital: राजधानी में मानसिक समस्या से पीड़ित मरीजों का उपयुक्त तरीके से इलाज होगा। स्वास्थ्य विभाग इसके लिए अलग से अस्पताल बनाएगा, जहां ऐसे मरीजों को भर्ती किया जाएगा।
जिला अस्पताल में भर्ती नहीं:
वर्तमान में मानसिक समस्या से पीड़ित लोगों को जिला अस्पताल में स्पर्श क्लीनिक के माध्यम से उपचार की सुविधा दी जा रही है। यहां ज्यादातर नशे की लत की वजह से मानसिक अवसाद के शिकार होने वाले उपचार के लिए पहुंचते हैं। ऐसे मरीजों के लिए पंडरी स्थित अस्पताल भवन में करीब पांच बेड़ की व्यवस्था है। यहां अन्य बीमारियों से संबंधित मरीजों का इलाज भी किया जाता है, इसलिए अवसाद संबंधी समस्या से पीड़ित मरीजों को यहां भर्ती नहीं किया जाता।
आंबेड़कर अस्पताल में अलग वार्ड:
आंबेडकर अस्पताल के मनोचिकित्सा विभाग में ऐसे मरीजों का हलाज किया जाता है। इसके लिए अलग से करीब तीस बेड की क्षमता वाला वा्ड है, जहां मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाता है। यहां वा्ड के बाहर अतिरिक्त सुरक्षा की व्यवस्था भी की जाती है। स्त्रों का कहना है कि मानसिक समस्या से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए साउंड प्रफ सहित अन्य तरीकों से सुरक्षित संसाधनों से लैस वार्ड बनाए जाते है, जिसकी सुविधा फिलहाल यहां नहीं है।