रिपोर्टर: राजा शर्मा
डोंगरगढ़। राजनादगांव जिले के धर्म नगरी डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी देवी भक्तों का कल्याण करने पहाड़ों में विराजमान हैं वर्ष में दो बार माता के दरबार में नवरात्रि पर्व मनाया जाता हैं जिसमें माता के नौ रूपों की अलग अलग रूपों में पूजा अर्चना की जाती हैं। इसी क्रम में अभी 9अप्रैल से 17 अप्रैल तक चैत्र नवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है ।
देश विदेश से दर्शनार्थी:
माता के दरबार में लाखों की संख्या में देश विदेश से दर्शनार्थी आते हैं । कुछ अपनी मनोकामना पूरी होने पर तो कुछ मनोकामना लेकर माता दरबार में अपनी हाजरी लगाते हैं। मनोकामना पूरी होने पर श्रद्धालुओ द्वारा ज्योति कलश की स्थापना करवा कर तो कुछ श्रद्धालुओ द्वारा पैदल चल कर माता के दरबार आते हैं तो कुछ लोग घुटनों से चल कर माता जी के दर्शन लाभ लेते हैं ।
35 लाख रुपए लागत :
नवरात्र में पंचमी को माता कात्यानी के स्वरूप में पूजी जाती हैं। इसी शुभ अवसर में आज मां बमलेश्वरी ट्रस्ट समिति एवं भक्तों के सहयोग से माता जी को लगभग 450 ग्राम सोने से बनी मुकुट भेंट की गई । इसकी लागत लगभग 35 लाख रुपए बताई जा रही हैं । जो पूरे नवरात्र में भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है ।
मंदिर में सुविधा एवं सुरक्षा:
मां बमलेश्वरी ट्रस्ट समिति की नई बॉडी जब से पद ग्रहण की तब से माता के दरबार में कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है , पूर्व में माता के दरबार को सोने से सुसज्जित किया गया रोपवे में एयर कंडीशनर वेटिंग हॉल फिर 100 बिस्तरों का सर्व सुविधा युक्त अस्पताल तैयार माधव सेवा वा मानव सेवा का परिचय दिया जा रहा है आपको बता दे की मां बमलेश्वरी ट्रस्ट समिति द्वारा संचालित अस्पताल में प्रत्येक माह के 15तारीख को आखों का निशुल्क ऑपरेशन एवम् लेन्स प्रत्यारोपण किया जाता हैं। जिसमें बाहर से आंखो विशेषज्ञों द्वारा यह लेन्स प्रत्यारोपण का कार्य करते हैं।