रायपुर : भक्त और भगवान के बीच सीधे संवाद से जुड़े रथयात्रा के महापर्व को इस बार भी भक्ति-भाव से मनाया जाएगा। जगन्नाथ प्रभु 15 दिनों की बीमारी के बाद स्वस्थ होंगे। गुरुवार को सुबह https://rem.hrlamb.gob.pe/ नेत्रोत्सव के साथ प्रभु स्वस्थ हो जाएंगे और 27 मार्च को अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए निकल पड़ेंगे। नौ दिन मौसी के घर रहने के बाद पांच जुलाई को वापस गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर पहुंचेंगे। इससे पूर्व शुक्रवार को सुबह सात बजे प्रभु जगन्नाथ को विधिवत स्नान कराया जाएगा।
गायत्री नगर जगन्नाथ मंदिर में करेंगे पूजा-अर्चना:
सवा 12 बजे राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, शहर के चारों विधायक गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद रथयात्रा की परंपरा निभाएंगे। जगन्नाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष व पश्चिम क्षेत्र के विधायक पुरन्दर मिश्रा ने यह जानकारी पत्रकार वार्ता में दी।
बीटीआई मैदान में रहेगा मौसी का घर:
राज्य के प्रथम नागरिक द्वारा आरती की जाएगी। इसके बाद 12.30 बजे राज्यपाल रमेन डेका, उनकी धर्मपत्नी, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी धर्मपत्नी हवन कुण्ड में पूर्णाहुति देने के बाद छेरा पहरा (रथ के आगे सोने के झाडू से बुहारना) के बाद विशेष पूजा-अर्चना करते हुए रथ को खींचते हुए रवाना करने की रस्म अदा करेंगे। दोपहर 3 बजे गायत्री नगर जगन्नाथ मंदिर से भगवान श्री जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलराम एवं बहन सुभदा के साथ भक्तों को दर्शन देते हुए मौसी के घर बीटीआई ग्राउंड गुन्डिचा मंदिर के लिए निकलेंगे।
पारंपरिक रूट से ही निकलेगी रथयात्रा:
भक्तों की बढ़ती हुई संख्या को ध्यान में रखते हुए श्री जगन्नाथ मन्दिर सेवा समिति ने बड़े पैमाने पर भोग-प्रसादी वितरण के लिए व्यवस्था की है। कुछ इसी तरह की व्यवस्था दूरी हटरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में भी गई है। नेत्रोत्सव का विधान मंत्रोच्चार के साथ किया जाएगा। इस अवसर पर भक्तों की आवाजाही फिर बढ़ेगी। वहीं, लीली चौक के पास स्थित मंदिर से इस बार भी पारंपरिक रूट से ही रथयात्रा निकलेगी। इसे देखते हुए भक्तों ने ग्रुप बनाकर व्यवस्था बहाली में सहयोग के लिए तैयारी की है। इसी तरह सदर बाजार में भी उत्सव का माहौल बनने वाला है। यहां भी प्रभु जगन्नाथ का नेत्रोत्सव विधि-विधान से किया जाएगा।