Raat Ko Sone Ke Liye Kya Karen: आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर लोगों के पास ना ही ठीक से खाने का समय है न ही सोने का, जिसका सीधा बुरा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। डॉक्टरों के अनुसार हमारे शरीर को कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद (Sleep) की जरूरत होती है। लेकिन स्ट्रेस (Stress) और बदलते लाइफ स्टाइल के चलते अच्छी नींद लेना एक चुनौती बन गया है। अगर रात में नींद पूरी न हो तो अगला दिन पूरा बर्बाद हो जाता है. नींद की कमी न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। अगर आप भी नींद नहीं आने की समस्या से परेशान है तो आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे है। जिन्हे करने से मिनटों में नींद आनी शुरू हो जाएगी।
तुरंत नींद लाने के लिए क्या करें?
कैफीन: कैफीन और निकोटीन का ज्यादा मात्रा में सेवन आपकी नींद को प्रभावित कर सकता है. इसलिए रात में अच्छी नींद लेने के लिए जरूरी है सोने से पहले कैफीन का सेवन करने से बचें.
फोन न चलाएं: सोने से पहले मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल न करें. आपकी यह आदत न केवल मन को शांत रखेगी, बल्कि रात में बेहतर नींद लाने में भी मदद करेगी.
एक्सरसाइज: सोने से पहले किसी भी तरह की एक्सरसाइज करने से बचें. वर्कआउट करने से शरीर थक जाता है और थका हुआ शरीर रात में नींद को प्रभावित कर सकता है.
खाना: रात में भारी खाना खाने से पेट में गैस, अपच या एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो नींद में बाधा डाल सकती हैं. इसलिए सोने से पहले हल्का खाना ही खाएं.
एक्यूप्रेशर थेरेपी – नींद न आने पर एक्यूप्रेशर थेरेपी का सहारा लें. हमारे शरीर में कई ऐसे खास बिंदु (points) हैं जिनको दबाने से नींद आ सकती है. अपने हाथ के अंगूठे को अपनी आईब्रोज के बीच 30 सेकंड तक रखें और हटाएं. इस प्रक्रिया को 4 से 5 बार करें.
पलकों को जल्दी-जल्दी झपकाएं – आप सीधे लेटकर अपनी पलकों को जल्दी-जल्दी झपकाएं. आंखें थक जाएंगी और आपको जल्दी नींद आएगी.
घटनाओं को याद करें– पूरे दिन की घटनाओं को उल्टे क्रम (reverse order) में याद करें. ऐसा करने पर दिमाग पर जोर पड़ेगा और नींद आएगी.
शरीर को एक्टिव रखें – दिनभर शरीर को एक्टिव रखें. जॉगिंग, वॉकिंग और स्वीमिंग करने से रात को गहरी नींद आती है.
घड़ी न रखें – आसपास घड़ी न रखें, इसे देखने से नींद उचट जाती है और हर वक्त मिनट का हिसाब दिमाग में चलने लगता है.
नींद के पैटर्न को ट्रैक करें – अपने नींद के पैटर्न को ट्रैक करें और नोट बनाएं. अगर आप रात में बिस्तर पर 80 प्रतिशत से कम समय सो रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें.