गणेश चतुर्थी पर भोग में मोदक का खास महत्व रहा है। लोग इसे कई तरीके से बनाते और खाते हैं। इस मोदक को उकडीचे मोदक बोलते हैं जिसमें दूध का इस्तेमाल नहीं होता और न ही चीनी। इसके अलावा ये काफी हेल्दी होता है।
मोदक बनाने की सामग्री-
-चावल का आटा
-गुड़
-नारियल कद्दूकस किया हुआ
-घी
-पानी
-इलायची
-स्टीमर बर्तन
बनाने की विधि-
-मोदक बनाने के लिए सबसे पहले मोदक की स्टफिंग तैयार करें।
-इसके लिए एक पैन में घी डालें और कद्दूकस नारियल डाल लें।
-इसके ऊपर गुड़ पाउडर या इस तोड़कर मिला लें।
-अब इस पर इलायची पाउडर डालें।
-ढक दें ताकि भाप से गुड़ पिघल जाए।
-इसके बाद इसे हल्की आंच पर चला-चला कर थोड़ा सूखा हुआ सा बना लें।
-बर्तन को उतार दें।
-इसके बाद एक कड़ाही चढ़ाएं और इसमें 4 कप पानी रखें।
-2 कप चावल का आटा और 2 चम्मच घी इसमें डालें।
-थोड़ी देर इसे भी ढक दें। जब भाप से चावल का आटा सॉफ्ट और मिला-जुला सा नजर आए तो इसे उतार लें।
-अब नीचे इस चावल के आटे को गूंद लें।
अब मोदक साचा के अंदर घी लगा लें। फिर इसमे इस आटे की छोटी सी लोई बनाकर अंदर डालें इसके बाद मोदक की गुड़ वाली स्टफिंग भरें और फिर इसके बाद ऊपर से थोड़ा सा आटा और चिपका दें। अब स्टीमर बर्तन में तैयार मोदक को रखकर 10 से 15 मिनट तक पकाएं और इसे निकाल लें।