रायपुर: प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में कार्यरत अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी 15 जून से काम ठप कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। सरगुजा संभाग के कर्मचारी 1 जुलाई को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के जशपुर स्थित बगिया निवास का घेराव करेंगे। यही नहीं, प्रदेश के विभिन्न जिलों में पदयात्रा कर रायपुर में प्रदेशभर के 43,301 स्कूल सफाई कर्मचारी बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। दरअसल, प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में पिछले 15 साल से कार्य कर रहे स्कूल सफाई कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांग को लेकर शासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
स्कूल सफाई कर्मचारियों का कहना:
पूर्ण कालीन कलेक्टर दर वेतन भुगतान करने, युक्ति युक्त करण के तहत स्कूलों में समायोजन की मांग को लेकर 15 जून से स्कूल सफाई कर्मचारी बेमियादी हड़ताल पर रहेंगे। अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारियों का कहना है कि स्कूल सफाई कर्मचारियों का केवल दो घंटा कार्य करना निर्धारित है, पर अधिकतर स्कूलों में भृत्य और चपरासी नहीं होने से पिछले 15 वर्षों से सरकारी स्कूलों में 43,301 स्कूल सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं।
संघ की मांगों को पूरा करने का आश्वासन आज तक पूरा नहीं:
स्कूल सफाई कर्मचारियों का केवल 2 घंटा साफ-सफाई कार्य करना निर्धारित है, पर अधिकतर स्कूलों में भृत्य, चपरासी नहीं होने से उनके सभी काम स्कूल सफाई कर्मचारियों को करना पड़ता है। इस प्रकार पूरा दिन स्कूलों में व्यतीत करने के बाद भी काम के एवज में उन्हें प्रतिमाह 3 हजार रुपये से लेकर 3,500 मानदेय भुगतान किया जाता है। यह इस महंगाई भरे दौर में बहुत कम है। छत्तीसगढ़ अंशकालिक स्कूल सफाई कर्मचारी संघ के प्रदीप वर्मा ने बताया कि 2023 के विधानसभा चुनाव के पूर्व भारतीय जनता पार्टी के घोषणापत्र में 50 फीसदी वेतन वृद्धि और संघ की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, जो कि आज तक पूरा नहीं किया गया।