NMDC के डिपॉजिट नंबर 14 के बंद करने की मांग के बारे में बताया जा रहा है। इस मांग के संदर्भ में, सोमवार को हजारों आदिवासी ग्रामीणों ने किरंदुल पहुंचकर एक जनसभा आयोजित की है। ग्रामीणों का आरोप है कि बैलाडीला, किरंदुल, और बचेली के पहाड़ों में एनएमडीसी प्रबंधन पहले ही लौह अयस्क का खनन कर रहा है और अब वह डिपॉजिट नंबर 14 को कॉरपोरेट घरानों को बेचकर वहां भी खनन की तैयारी कर रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि लौह अयस्क के खनन के कारण कई इलाकों में पानी पीने के लिए उपयुक्त पानी की कमी हो गई है और इसके कारण बहुत सारे लोग बीमार हो रहे हैं। इसके साथ ही, पहाड़ों को खोदकर जल, जंगल और भूमि को नुकसान पहुंचाया जा रहा है और वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है, जिससे मानव और पशु-पक्षी जीवों को नुकसान पहुंच रहा है।
उपरोक्त ज्ञातियां बताती हैं कि एनएमडीसी के द्वारा पर्यावरण के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसके अलावा, नए खदानों और खुदाई का विस्तार भी किया जा रहा है और सुकमा जैसे क्षेत्रों में ग्रामीणों पर हवाई हमले किए जा रहे हैं। इन सभी विषयों के समाधान के लिए, ग्रामीण धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि जगदलपुर से बैलाडीला तक रेल पटरी के दोहरीकरण का काम बंद होना चाहिए और लाल पानी से प्रभावित ग्रामीणों को मुआवजा देना चाहिए। उनकी एक मांग है कि अंदरूनी क्षेत्रों में नए पुलिस कैंप खोलना बंद किया जाए। वे यह भी कहते हैं कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे आंदोलन के साथ जारी रहेंगे।
हजारों ग्रामीण लोग साथ में सप्ताह भर के राशन सामग्री और ठहरने की व्यवस्था लाए हुए हैं। इसमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक एनएमडीसी प्रशासन लिखित रूप में डिपॉजिट नंबर -14 के खनन को बंद करने की आश्वासन नहीं देता और लाल पानी से प्रभावित ग्रामीणों को मुआवजा नहीं देता, तब तक वे इस स्थान पर धरना देंगे। मंगलवार को, ग्रामीणों ने विशाल जनसभा आयोजित की है, जिसमें दंतेवाड़ा के साथ-साथ सुकमा और बीजापुर के ग्रामीण भी शामिल हो रहे हैं। हालांकि, एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा ग्रामीणों के विरोध के संबंध में अब तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है। एबीपी न्यूज़ ने एनएमडीसी के जिम्मेदार अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन संपर्क स्थापित नहीं हो सका, इसलिए अब तक ग्रामीणों के आंदोलन के संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
Read More:20 जून तक, इंडेक्स अस्पताल में संजीवनी योजना के तहत इलाज और जांच निःशुल्क