Minister Vishwas Sarang : मध्यप्रदेश में खेलों को नई पहचान देने के उद्देश्य से राज्य सरकार खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन करने जा रही है, जिसे प्रदेश का मिनी ओलंपिक कहा जा रहा है। खेल मंत्री विश्वास सारंग ने भोपाल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस आयोजन की विस्तृत जानकारी दी।
10 जनवरी को होगा शुभारंभ
खेल मंत्री सारंग ने बताया कि खेलो एमपी यूथ गेम्स की आधिकारिक लॉन्चिंग 10 जनवरी 2026 को की जाएगी। इस अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल होंगे। यह आयोजन प्रदेश के सभी खेल संघों के सहयोग से किया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्तर पर जाएंगी विजेता टीमें
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि इस प्रतियोगिता में जो टीमें विजयी होंगी, उन्हें राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर मिलेगा। यूथ गेम्स में प्रदेश के स्थानीय खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की प्रतिभाओं को मंच मिल सके।
25 दिसंबर से प्री-इवेंट
खेलो एमपी यूथ गेम्स के तहत 25 दिसंबर से 31 जनवरी तक प्री-इवेंट गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। प्रतियोगिताओं का आयोजन विभिन्न स्तरों पर किया जाएगा।
10 से 15 जनवरी: ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिताएं
16 से 20 जनवरी: जिला स्तरीय मुकाबले
21 से 25 जनवरी: संभाग स्तरीय प्रतियोगिताएं
28 से 31 जनवरी: राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं
27 खेल, 313 विकासखंड और 8 संभागों की भागीदारी
इस महाकुंभनुमा आयोजन में कुल 27 खेलों को शामिल किया गया है। प्रदेश के 313 विकासखंडों और 8 संभागों की टीमें इसमें हिस्सा लेंगी। प्रतियोगिता का राज्य स्तरीय समापन भोपाल में किया जाएगा। मंत्री ने इसे प्रतिभाओं के चयन का एक बड़ा मंच बताया।
भोपाल मेट्रो को लेकर मंत्री का बयान
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंत्री विश्वास सारंग ने भोपाल को मेट्रो सेवा की सौगात मिलने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश लगातार विकास के नए आयाम छू रहा है। मेट्रो सेवा से भोपाल और इंदौर के नागरिकों को आवागमन में बड़ी सुविधा मिलेगी।
श्रेय लेने की राजनीति पर तंज
भोपाल मेट्रो को लेकर कांग्रेस द्वारा श्रेय लेने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को झूठा श्रेय लेने की राजनीति से बचना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को केवल श्रेय लेने की आदत रह गई है, जबकि वास्तविक विकास कार्य भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे हैं।