Shardiya Navratri 4th Day: आज शारदीय नवरात्रि का चौथा दिन है आज के दिन माँ कूष्मांडा को पूजा जाता है, कूष्मांडा का अर्थ कुम्हड़ा होता है, जिसमें काफी संख्या में बीज होते हैं, जिनसे नए जीवन का सृजन होता है. कूष्मांडा माँ में समस्त सृष्टि का सृजन करने की शक्ति भी समाहित होती है.
मां कूष्मांडा की पूजा का शुभ मुहूर्त:
शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि आरंभ- 18 अक्टूबर 2023 को सुबह 1 बजकर 26 मिनट से शुरूशुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि समाप्त- 19 अक्टूबर को सुबह 1 बजकर 12 मिनट तकअनुराधा नक्षत्र- सूर्योदय से लेकर रात 9 बजे तकअमृतसिद्धि योग- सुबह 6 बजकर 28 मिनट से रात 9 बजे तकसर्वार्थ सिद्धि योग- सुबह 6 बजकर 28 मिनट से रात 9 बजे तक.
कूष्मांडा माँ की पूजा रोग या दोष दूर करने के लिए की जाती है, माँ की पूजा करने से व्यक्ति को संकटों से मुक्ति की प्राप्ति होती है साथ ही जिन्हे अपनी आयु बढ़ाना है वो भी माँ कूष्मांडा की पूजा करते हैं क्युकी मां कूष्मांडा में सृजन की अपार शक्ति है. इसलिए वे जीवन प्रदान करने वाली माता हैं.