केंद्र सरकार ने भारत के सर्वोच्च खेल अवॉर्ड को लेकर शुक्रवार को एक बड़ा फैसला लिया। अब राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कर दिया गया है। इस फैसले की घोषणा करते हुए मोदी ने कहा कि यह अवॉर्ड हमारे देश के लोगों की भावनाओं का सम्मान करेगा और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा।
सोशल मीडिया पर भी कई यूजर्स मांग कर रहे थे कि भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार का नाम राजीव गांधी खेल रत्न नहीं बल्कि मेजर ध्यानचंद खेल रत्न होना चाहिए। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीमों के शानदार प्रदर्शन के बाद महान हॉकी खिलाड़ी के नाम पर सम्मान का नाम रखने का निर्णय मोदी सरकार ने अब लिया है।
पीएम मोदी ने घोषणा करते हुए कहा कि उन्हें देशभर के नागरिकों से भी खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने के प्रस्ताव मिल रहे हैं। पीएम ने आगे कहा कि मुझे देशभर के नागरिकों से खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने के लिए कई अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं। उनकी भावना का सम्मान करते हुए खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए खेल रत्न पुरस्कार को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा