Manipur Violence: एक बार फिर, मणिपुर पर सुप्रीम कोर्ट में एक महत्वपूर्ण सुनवाई शुरू हुई है। सॉलीसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि एक स्टेटस रिपोर्ट तैयार की गई है। उन्होंने सभी थानों को निर्देश दिया है कि महिलाओं के प्रति अपराध के मामलों में तुरंत FIR दर्ज करके तेज कार्रवाई करें।
Manipur Violence: पहले मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को मणिपुर में यौन उत्पीड़न से पीड़ित महिलाओं के बयान दर्ज न करने का निर्देश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं के वकील द्वारा पेश की गई दलीलों पर संज्ञान लिया।
Read More:केंद्र ने लोकसभा में पेश किया दिल्ली सेवा बिल
सीबीआई लेने वाली थी महिलाओं का बयान:
Manipur Violence: सीबीआई ने इन महिलाओं को आज अपने सामने पेश होने और अपने बयान दर्ज करने को कहा था, लेकिन सोलिसिटर जनरल ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी. इसके बाद पीठ ने उन्हें इंतज़ार करने के लिए कहा उर तय किया कि उन्हें दोपहर दो बजे इस पर सुनवाई करेंगी।
Manipur Violence: शीर्ष न्यायालय मणिपुर में जातीय हिंसा के खिलाफ याचिकाओं पर फिर से सुनवाई शुरू हुई है। सुप्रीम कोर्ट जांच की निगरानी के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की समिति या विशेष जांच दल (एसआईटी) को गठित करने का आदेश दे सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने घटना को बाते था भयावह:
Manipur Violence: सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर में संबंधित महिलाओं के प्रति हुई हिंसा को ‘‘भयावह’’ करार देते हुए पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और केरल जैसे विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में इसी तरह की कथित घटनाओं को लेकर दायर याचिका पर विचार करने से इनकार किया था।
Read More:GST में लागू होने जा रहा नया नियम, जानिए पूरी डिटेल्स