पेंड्रा //आकाश सिंह पवार: मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाला निर्माणाधीन जबलपुर–बिलासपुर नेशनल हाईवे इन दिनों लोगों के लिए परेशानी और खतरे का सबब बन गया है। अमरकंटक, केंवची, कारिआम होते हुए बिलासपुर तक जाने वाले इस मार्ग की हालत बरसात शुरू होते ही बेहद जर्जर हो चुकी है। अधूरा निर्माण कार्य, जगह-जगह बने गहरे गड्ढे और टूटी सड़कें रोजाना हजारों राहगीरों और वाहन चालकों के लिए जोखिम बन गई हैं।
जोगीसार और कारिआम के पास सड़क टूटी, प्रशासन ने मार्ग किया बंद
हाल ही में हुई मूसलधार बारिश के बाद जोगीसार और कारिआम के बीच सड़क दो हिस्सों में बंट गई है, जिससे क्षेत्र में यातायात बुरी तरह बाधित हो गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने खोडरी से कारिआम के बीच के मार्ग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और लोगों से पेंड्रा होते हुए वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करने की अपील की गई है।
कारीआम से बिलासपुर मार्ग पर हालत और भी बदतर
कारीआम से बिलासपुर के बीच का मार्ग इस समय सबसे खराब स्थिति में है। बड़े-बड़े गड्ढों, अधूरी सड़क और जगह-जगह हो रहे खतरनाक कटावों ने इस पूरे हिस्से को दुर्घटनाओं के लिए संवेदनशील बना दिया है। विशेषकर कारीआम स्थित आरटीओ चेक पोस्ट के पास, जहां अधूरी सड़क के कारण एक ओर 15 फीट गहरा गड्ढा बना हुआ है, वहां से गुजरना किसी भी वाहन चालक के लिए जान जोखिम में डालने जैसा है।
सवारी और मालवाहक वाहन हो रहे हैं प्रभावित
इस मार्ग से दर्जनों यात्री वाहन और दोपहिया वाहन रोजाना गुजरते हैं। स्थानीय ड्राइवरों का कहना है कि खराब सड़कों से वाहनों को रोजाना नुकसान हो रहा है — कभी टायर फटते हैं तो कभी गाड़ियों के पार्ट्स टूट जाते हैं। मालवाहक ट्रकों को भी भारी क्षति का सामना करना पड़ रहा है।