तेहरान: मध्य पूर्व में बढ़ते युद्ध के बीच एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। इजराइल के बाद अब ईरान ने भी युद्धविराम (सीजफायर) की घोषणा कर दी है। ईरान की सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि उन्होंने दुश्मन को पछताने और पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है, इसलिए अब संघर्ष विराम लागू किया जा रहा है।
ईरान ने ताजा हमले से किया इनकार:
ईरानी सेना के जनरल स्टाफ ने सरकारी टेलीविजन को दिए बयान में साफ किया कि हाल ही में इजराइल पर मिसाइल हमले के जो दावे किए जा रहे हैं, वे गलत हैं। ईरान ने किसी भी तरह के नए हमले से इनकार किया है।
ट्रम्प ने दिलाई शांति की शुरुआत:
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस पूरे मामले में एक बड़ी भूमिका निभाई। युद्ध के 12वें दिन, सुबह 3:32 बजे ट्रम्प ने सीजफायर की घोषणा की और दोनों पक्षों से अपील की कि वे युद्धविराम का पालन करें। इसके कुछ घंटों बाद उन्होंने फिर पोस्ट किया: "अभी से सीजफायर लागू होता है, कृपया इसे न तोड़ें।"
नेतन्याहू ने भी हमले रोकने का किया ऐलान:
डोनाल्ड ट्रम्प के ऐलान के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कहा कि इजराइली सेना का मकसद पूरा हो चुका है, और अब वे हमले रोक रहे हैं। हालांकि सीजफायर की घोषणा के करीब ढाई घंटे बाद इजराइल ने ईरान पर एक बार फिर मिसाइल हमले का आरोप लगाया।
फिर भी तनाव बरकरार:
इजराइली रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने सेना को ईरान पर जवाबी हमले के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है। उन्होंने तेहरान पर कठोर प्रतिक्रिया की बात कही है। हालांकि, फिलहाल ईरान में किसी नए हमले की पुष्टि नहीं हुई है।
सीजफायर पर भ्रम की स्थिति"
शुरुआत में ईरान ने ट्रम्प द्वारा घोषित सीजफायर को खारिज कर दिया था। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने कहा था, "इजराइल के साथ कोई अंतिम समझौता नहीं हुआ है। यदि इजराइल हमले रोकता है, तो ईरान भी जवाब नहीं देगा।"
लेकिन इसके कुछ ही समय बाद इजराइल ने दावा किया कि उस पर छह बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला हुआ, जिनमें से एक मिसाइल बीर्शेबा शहर में गिरी और एक इमारत को क्षतिग्रस्त कर दिया। मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार इस हमले में 5 लोगों की मौत और 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं।